
29 जून 24, मुरादाबाद। गांगन किनारे बनी धनकुबैरों की फैक्ट्री हटाने में अभी तक कामयाब नहीं होने वाले सरकारी विभाग अब गरीबों के घर गिराने की तैयारी में हैं। रामगंगा और गांगन किनारे अतिक्रमण करके बनाए गए मकानों को ध्वस्त करने की सरकारी तैयारी से गरीबों की नींद उड़ गई है।गरीबों की परेशानी को देखते हुए पूर्व पार्षद सलीम वारसी की सिफारिश पर शनिवार को पूर्व सांसद डा. एसटी हसन ने मंडलायुक्त से मुलाकात की और गरीबों को बेघर नहीं करने का आग्रह किया है। इसके लिए उन्होंने एक मांगपत्र भी दिया है।
मंडलायुक्त बोले-नहीं होगी ज्यादती
डा. एसटी हसन ने पूर्व पार्षद सलीम वारसी, शोएब हसन पाशा, कैसर अली कुद्दुसी, अहमद मुरादाबादी के साथ मंडलायुक्त से मुलाकात की। उन्होंने कहा है कि चक्कर की मिलक से बरवालान तक रामगंगा नदी के किनारे गरीबों के मकान बने हुए हैं। रामगंगा किनारे बसी बस्तियों में बहुत ही गरीब लोग हैं जो कहीं मकान नहीं खरीद सकते हैं। बस्तियों में लोगों का रोगार भी है जो भी खत्म हो जाएगा जिससे इनके सामने रोटी का संकट भी उत्पन्न होगा। उन्होंने कहा है कि इस तरह से कार्य किया जाए कि गरीब का कम से कम नुकसान हो सके। पूर्व पार्षद सलीम वारसी ने बताया कि मंडलायुक्त ने भरोसा जताया है कि सरकार और प्र्रशासन गरीबों का नुकसान नहीं करना चाहता है। किसी के साथ ज्यादती नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। जिस गरीब मकान अथवा दुकान ध्वस्त होगो तो उसे मकान देने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।