
22 मार्च 25, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी वैश्विक पटल के मुताबिक अपने स्टुडेंट्स को तैयार करने के लिए बेहद संजीदा है। टीएमयू अपने स्टुडेंट्स को स्मार्ट क्लास स्टडी के संग-संग गेस्ट लेक्चर्स, सेमिनार्स, इंडस्ट्रियल और एजुकेशनल विजिट भी कराती है। इसी क्रम में फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग के बीटेक-इलेक्ट्रकल इंजीनियरिंग स्टुडेंट्स ने नरौरा ताप विद्युत संयंत्र का भ्रमण करके परमाणु उर्जा उत्पादन की जानकारी हासिल की है।
चला सवाल-जवाब का दौर
फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. आरके द्विवेदी ने बताया कि नरौरा ताप विद्युत संयंत्र में टीएमयू के 42 स्टुडेंट्स करीब चार घंटे रहे। ताप विद्युत संयंत्र के सीनियर ट्रेनी आफिसरअनिल कुमार दुबे ने नाभिकीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान स्टुडेंट्स ने परमाणु विखंडन प्रकिया से बिजली उत्पादन और रिएक्टर संचालन की प्रक्रिया को समझा।सीनियर ट्रेनी आफिसर से स्टुडेंट्स प्रशांत कुमार, मुनाजिर हुसैन, राघवेन्द्र सिंह, मोहित कुमार आदि ने सवाल किए। छात्रों मे जाना क्या पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए परमाणु ऊर्जा से बिजली उत्पादन सुरक्षित है?
मील का पत्थर साबति होगा दौरा
टीएमयू इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के इंडस्ट्रियल विजिट कोआॅर्डिनेटर उमेश कुमार सिंह बताते हैं कि यह विजिट हमारे स्टुडेंट्स के लिए मील का पत्थर साबित होगी। वह स्टुडेंट्स के संग दो बार खुद भी नरौरा प्लांट का दौरा कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि नरौरा ताप विद्युत संयंत्र में 220-220 मेगावाट की क्षमता के दो प्लांट हैं। इस भ्रमण में बीटेक-इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग फर्स्ट, सेकेंड, थर्ड और फोर्थ ईयर स्टुडेंट्स के संग-संग फैकल्टीज डॉ. शुभेन्द्र प्रताप सिंह, शशांक मिश्रा शामिल रहे। इस भ्रमण में नरौरा प्लांट के एचआर प्रमुख श्री आशुतोष तिवारी और श्री रामदास की भी उल्लेखनीय भूमिका रही।