
22 जून 24, ग्रेटर नोएडा। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा इंडियन फैशन ज्यूलरी एवं एक्सेसरीज मेला (आईएफजेएएस 2024) का 18वां संस्करण इंडिया एक्सपो मार्ट में 24 से शुरू होगा। मेले की तैयारियों के बीच विदेशी खरीदारों, खरीद और सोर्सिंग कारोबारियों व घरेलू खुदरा खरीदारों के आने की उम्मीद है। देश से बीते वर्ष 5793 करोड़ का ज्यूलरी व एसेसरीज का निर्यात किया गया था।
मुरादाबादी ज्वैलरी भी बिखेरेगी जलवा
आईएफजेएएस में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, मेरठ, मुरादाबाद, फरीदाबाद, भदोही, श्रीनगर, गुड़गांव, कोलकाता, ओडिशा, वाराणसी असम, मणिपुर, केरल समेत देश के सभी प्रमुख शहरों और उत्पाद क्लस्टर के लगभग दो सौ उत्पादक और कारीगर अपनी कला व उत्पाद का प्रदर्शन करने को तैयार हैं। मेले में कम कीमत कीा फैशनेबल ज्यूलरी, बेल्ट एवं पर्स, हैंड बैग, फैशन एक्सेसरीज, हेड एवं हेयर एक्सेसरीज, स्टोल एवं स्कार्फ, शॉल, कढ़ाई, बीड एवं सीक्विन एक्सेसरीज, फैंसी फुटवियर और करीगरी किए कपड़ों के उत्पाद के विस्तृत रेंज प्रस्तुत की जाएगी। ईपीसीएच के कार्यकारी महानिदेशक आरके वर्मा ने बताया कि विभिन्न बाजारों से आयात करने वाले कई खरीद कंपनी भारत से अपने ज्यूलरी उत्पादों के लिए सोर्सिंग कॉम्पोनेंट लेना पसंद करते हैं। टेक्सटाइल एक्सेसरीज में कढ़ाई किए हुए, विभिन्न प्रिंटिंग तकनीकों वाले, बाटिक, टाई और डाई, एप्लिक, आदि से सजाए गए स्कार्फ, स्टोल एवं शॉल भी विदेशियों को पसंद आते हैं। आरके वर्मा ने बताया कि साल 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिका डॉलर) और 2023-24 में फैशन ज्यूलरी व एक्सेसरीज का निर्यात 5,793 करोड़ रुपये (517 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ है।
दुनियाभर में किया गया है प्रचार
ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने बताया कि मेले के विस्तृत प्रचार को सुनिश्चित करने के लिए ईपीसीएच ने अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं, उनके डिजिटल माध्यमों, आॅनलाइन पोर्टलों, वेब बैनर आदि में विज्ञापन और लेखों के माध्यम से दुनियाभर में व्यापक डिजिटल प्रमोशन और प्रचार अभियान चलाया है। विदेशों में भारतीय दूतावासों ने अपने संबंधित देशों में खरीदारों और आयातकों को इस मेले में आने का निमंत्रण भी दिया है। आईईएमएल के चेयरमैन व ईपीसीएच के चीफ मेंटर डा. राकेश कुमार ने कहा है भारतीय कारीगरों के शिल्पकला पर आधारित क्षेत्रीय थीम एरिया आगंतुक विदेशी खरीद समुदाय के लिए आकर्षण होंगे। भारत के विविध और प्रमुख सप्लायर्स से फैशन ज्यूलरी और एक्सेसरीज की सोर्सिंग के लिए एक प्रीमियम ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित आईएफजेएएस देश में अंतरराष्ट्रीय फैशन ज्यूलरी एवं फैशन एक्सेसरीज सोर्सिंग शो के रूप में अहम स्थान रखता है। ईपीसीएच उपाध्यक्ष डा. नीरज खन्ना ने कहा है कि फैशन ज्यूलरी एवं एक्सेसरीज, हमारी परंपरा और संस्कृति के मुताबिक देश भर के शिल्प क्लस्टर में तैयार की जाती है। विविधता से हमारे उद्योग को विलक्षण शक्ति मिलती है, जो विशेष रूप से परंपरा की प्रेरणा से समकालीन नए उत्पादों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।