सपा में गुटबाजी चरम पर: मुरादाबाद सीट की कमान अखिलेश ने संभाली, बागियों पर नजर
Factionalism at its peak in SP: Akhilesh takes command of Moradabad seat, keeping an eye on rebels
04 अप्रैल,मुरादाबाद । समाजवादी पार्टी में गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है। हालांकि जिले व खासकर मुरादाबाद में गुटबाजी से हाईकमान वाकिफ है, लेकिन लोकसभा चुनाव के मौके पर हाईकमान इसपर गंभीर हो गया है। पश्चिमी उप्र की मुरादाबाद समेत मेरठ, बदायंू आदि सीटों पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं निगरानी करनी शुरू कर दी है। खासतौर पर सपा हाईकमान चुनाव नहीं लड़ाने वालों और पार्टी में रहकर प्रतयाशी का विरोध करने वालों की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है।
रुचिवीरा बोलीं-मेरी जीत निश्चित
दरअसल, पार्टी सूत्रों का मानना है कि बदायूं, मेरठ, मुरादाबाद समेत कई और सीटों पर सपा प्रत्याशी गुटबाजी का शिकार हो रहे हैं। हालत यह रही कि बदायंू सीट से शिवपाल सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित करने के बाद उन्हें हटाना पड़ा है। पार्टी की अंतर्कलह का लोकसभा चुनाव में होने वाले नुकसान को हाईकमान को समझ रहा है। इसके लिए अखिलेश यादव ने बीते दिन इन सीटों से खास लोगों को लखनऊ बुलाकर स्थिति का जायजा लिया था। खबरों में कहा गया है कि अखिलेश यादव इन सीटों पर अब स्वयं निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी विरोधियों की जानकारी एकत्र करने के लिए गोपनीय तरीके से लोगों को लगाया गया है, साथ ही जल्दी प्रभारी भी तैनात करने की योजना है। मुरादाबाद से रुचिवीरा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद टिकट कटने से नाराज चल रहे डा. एसटी हसन का गुट भी चुनाव से दूरी बनाए हुए हैं। इसके अलावा प्रमुख पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि रह चुके नेता भी पार्टी प्रत्याशी को चुनाव गंभीरता से नहीं लड़ा रहे हैं। सपा प्रत्याशी रुचिवीरा लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क करने के साथ पार्टी नेताओं के घर जाकर मुलाकात कर रही हैं। नगर सीट के अलावा बीते दिन उन्होंने ठाकुरद्वारा क्षेत्र में धुआंधार प्रचार किया था। इसके अलावा कांठ क्षेत्र में भी वह लगातार दो मर्तबा भ्रमण कर चुकी हैं। प्रत्याशी रुचिवीरा का कहना है कि उन्हें चौतरफा जनसमर्थन मिल रहा है। मतदाताओं से मिल रहे प्यार से साफ है कि उनकी जीत निश्चित है।