29 मार्च 24, मुरादाबाद। हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद की प्रशासनिक कमेटी के चुनाव में बड़ी हेराफेरी सामने आने के बाद उच्चस्तरीय जांच की मांग करने के बीच शनिवार सुबह से फिर ई-वोटिंग शुरू हो रही है। फर्जी वोटिंग का खुलासा होने के बाद जहां सभी प्रत्याशी इसकी जांच और दोषियों को दंडित करने की मांग की थी, वहीं ईपीसीएच ने मतदान प्रक्रिया फिर शुरू कराते हुए चार अप्रैल को एजीएम कराने का फैसला लिया है। निर्यातक कोर कमेटी के चुनाव की इस व्यवस्था से हैरान दिखाई दे रहे हैं।
तीन तक वोटिंग, चार को एजीएम
याद रहे कि चुनाव में ई-वोटिंग 21 मार्च को शुरू हुई थी। ई-वोटिंग प्रक्रिया में तमाम खामियां सामने आने पर लघु उद्योग भारती व मुरादाबाद हैंडीक्राफ्टस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के संयुक्त प्रत्याशी हेमंत जुनेजा और अब्दुल अजीम ने विकास आयुक्त हस्तशिल्प से मिलकर वोटिंग की गड़बड़ी से अवगत कराया था। निर्वाचन कमेटी अध्यक्ष के सामने प्रत्याशिायों ने बगैर ओटीपी और पासवर्ड के वोटिंग होने का प्रदर्शन भी किया। प्रत्याशियों ने अवगत कराया कि इस तरह कोई भी किसी भी प्रत्याशी को अनगिनत वोट डाल सकता है। निर्वाचन कमेटी अध्यक्ष की शिकायत पर वोटिंग कराने वाली कंपनी एनएसडीएल ने इस सही माना था जिसपर चुनाव कमेटी ने मतदान प्रक्रिया को रोक दिया था। निर्यातक संगठनों ने पत्रकारों से वार्ता में इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई थी। एक गुट ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराने और चुनाव से जुड़ी संस्थाओं को नोटिस देने की जानकारी भी ती थी। गुरुवार को हुए इस हाईवोलटेज ड्रामे के बीच शुक्रवार को ईपीसीएच ने सभी को पत्र जारी करके 30 मार्च से मतदान शुरू करने और नए सिरे से निर्यातकों को वैलेट भेजे जाने की जानकारी दी है। इस मर्तबा मतदान तीन अप्रैल तक जारी रहेगा और चार अप्रैल को दिल्ली में एजीएम बुलाई गई है। बताया जाता है कि यह फैसला गुरुवार को हुई एजीएम में लिया गया है। इस संबंध में अब्दुल अजीम और हेमंत जुनेजा का कहना है कि वह स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। मतदान प्रक्रिया को समझकर वह आगे का फैसला लेंगे। इस संबंध में अवधेश अग्रवाल से पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन लगातार बिजी बताता रहा।