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पत्रकारों से वार्ता करते निर्यातक अजीम व जुनेजा
28 मार्च 24, मुरादाबाद। देश में आम चुनाव का बिगुल बज चुका है और हर बार की तरह ईवीएम पर सवाल उठाकर तमाम आंदोलन और हो-हल्ला हो चुका है। ईवीएम से वोटों की हेराफेरी के आरोप लगते हैं, लेकिन हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद की प्रशासनिक कमेटी के चुनाव में बड़ी हेराफेरी सामने आयी है। ई-वोटिंग से हो रहे चुनाव में बगैर ओटीपी और पासवर्ड के वोट डाले जाने का खुलासा हुआ है, बकौल निर्यातक, इस घोटाले में कोई भी किसी भी प्रत्याशी को कितने भी वोट डाल सकता है। इस खुलासे के बाद कमेटी ने चुनाव प्रक्रिया को तत्काल रोक दिया गया है। प्रत्याशियों ने एक-दूसरे गुट पर आरोप लगाते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को दंडित करने की मांग उठा है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
लघु उद्योग भारती के प्रत्याशी हेमंत जुनेजा और अब्दुल अजीम के साथ मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टस एसोसिएशन के अजय गुप्ता, सतपाल पुगला आादि ने दोपहर में पत्रकारों को बताया कि ईपीसीएच के चुनाव में पूरी तरह प्हेराफेरी की जा रही थी। उन्होंने डीसी हैंडीक्राफ्ट्स के सामने ईवोटिंग के फर्जीवाड़े का खुलासा किया। उन्होंने वोट डालकर भी दिखाए जिसके बाद उन्होंने निर्वाचन कमेटी अध्यक्ष से मिलने को कहा। उन्होंने कमेटी चेयरमैन के सामने भी फर्जी वोटिंग का खुलासा किया। उनके सामने भी वगैर ओटीपी और पासवर्ड के वोट डालने का प्रदर्शन किया जिसके बाद चुनाव कराने वाली कंपनी एनएसडीएल से संपर्क किया जिन्होंने जांच के बाद फर्जी वोटिंग होना माना है। निर्वाचन कमेटी ने इसके बाद तत्काल चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। प्रत्याशी हेमंत जुनेजा और अब्दुल अजीम ने कहा है कि यह बड़ा घोटाला है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इसमें वो लोग शाामिल हैं जो ईपीसीएच को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि फूलप्रूफ इंतेजाम होना चाहिए और जरूरत हो तो मतदान प्रक्रिया वेलेट पेपर से होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि हम इसे पुलिस और संबंधित मंत्रालयों तक लेकर जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह फर्जीवाड़ा पुराना है जो इस मर्तबा खुल गया है। निर्यातक सतपाल और अजय गुप्ता ने कहा कि नियम बनाया जाए कि एक निर्यातक लगातार दो टर्म ही सदस्य रह सके इससे पारदर्शिता आएगी और बदलाव भी होगा।
साइब्रर सेल में कराई शिकायत
इसके अलावा प्रत्याशी नीरज खन्ना और अवधेश अग्रवाल ने भी पत्रकार वार्ता करके आरोप लगाया है कि वोटिंग को हैक करने वाला विरोधी गुट है और चुनाव हारने की स्थिति में उन्होंने चुनाव निरस्त करा दिया है। उन्होंने कोलकाता और राजस्थान के निर्यातकों को भी इसमें शामिल बताया है। प्रत्याशियों ने बताया कि साईबर क्राइम में शिकायत कर दी गई है और ईपीसीएच, डीसी हैंडीक्राफ्ट्स व चुनाव कराने वाली कंपनी एनएसडीएल को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि घोटाले की बारीकी से जांच कराई जाएगी। उन्होंने निर्यातक कैसर हुसैन को पत्रकारों के सामने पेश करके कहा कि इनका वोट इन्हें प्राप्त नहीं हुआ और शिकायत करने पर पता चला कि इनका वोट डाला जा चुका है। याद रहे कि चुनाव में ई-वोटिंग 21 को शुरू हुई थी और 28 को बंद होना था।