ईपीसीएच सीओओ चुनाव : लघु उद्योग भारती के अजय गुप्ता बोले-सियासत में नहीं घोलें कड़वाहट
EPCH COO election: Ajay Gupta of Laghu Udyog Bharti said - do not mix bitterness in politics.
22 मार्च 24, मुरादाबाद। हस्तश्ल्पि निर्यात संवर्द्धन परिषद की प्रशासनिक कमेटी का चुनाव तेजी पकड़ने लगा है। मध्य क्षेत्र के लिए मैदान में उतरे चारों उम्मीदवारों ने प्रचार तेज कर दिया है। मुरादाबाद के अलावा दीगर शहरों में भी बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। इस बीच लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय गुप्ता जिम्मी ने कहा है कि चुनाव की जंग में मर्यादा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने दावा किया है कि संगठन से जुड़े निर्यातकों के साथ उनके प्रत्याशियों को चौतरफा समर्थन मिल रहा है।
सप्लायर्स भुगतान नियम कराएंगे स्थगित
अजय गुप्ता ने न्यूज रनवे से खास मुलाकात में बताया कि कमेटी के राष्ट्रीय स्तर पर 55 हजार से अधिक सदस्य हैं।देश में करीब 547 इकाइयां कार्य कर रही हैं। ईपीसीएच चुनाव के मध्य क्षेत्र में संगठन से करीब 28 सौ सदस्य हैं। इसके अलावा भी उनके प्रत्याशियों को मुरादाबाद समेत, रामपुर, बरेली, बिजनौर, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, सम्भल आादि के निर्यातकों का भरपूर समर्थन प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन कार्य कराने में विश्वास करता है और प्यार-मोहब्बत के साथ सभी को साथ लेकर चलता है। उन्होंने बताया कि करीब बीस मंत्रालयों में संगठन के प्रतिनिधि जुड़े हुए हैं जो निर्यातकों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि जिला इकाई क्षेत्र के निर्यातकों की समस्याओें को प्रदेश कमेटी को अवगत कराती है जिसपर मंथन के बाद समाथान निकालकर राष्ट्रीय कमेटी को अवगत कराकर मुद्दे को केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालय से मधान कराया जाता है। उन्होंने बताया कि सप्लायर्स को भुगतान अवधि ( 43 बीएच) का मुद्दा भी राष्ट्रीय कमेटी ने केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है और एक साल के लिए स्थगन कराने की कोशिश कर रही है, उम्मीद है जिसे शीघ्र स्थगित किया जाएगा। जिसके बाद इसे निर्यातकों के लिए पूरी तरह समाप्त कराया जाएगा।
आवाज उठाने वालों को चुनें निर्यातक
प्रदेश उपाध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा कि निर्यातकों की समस्याओं का समाधान कराते रहे हैं और कराते रहेंगे। हमारे साथी फोटो खिंचवाने और प्रचार करने के बजाए धरातल पर कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में तय हुआ था कि सभी संगठन चुनाव मिलकर लड़ेंगे, लेकिन विरोधी पक्ष ने दो प्रत्याशी उतार दिए जिसके बाद लघु उद्योग भारती को भी मैदान में उतरना पड़ा है। विपक्षी टीम अगर समझौते के आधार पर कार्य करते तो चुनाव की नौबत नहीं आती। उन्होंने आह्वान किया कि चुनाव के दौरान कोई ऐसा कार्य अथवा बयानबाजी नहीं करें जिससे कोई आहत हो। चुनाव के बाद सभी को एक साथ उठना बैठना है। उन्होंने निर्यातकों से आह्वान किया कि वह यस मैन की जगह ऐसे प्रत्याशी को चुने जो आपकी आवाज ईपीसीएच में उठा सके। उन्होंने अपील की है कि निर्यात हित में लघु उद्योग भारती के प्रत्याशी हेमंत जुनेजा और अब्दुल अजीम को कामयाब बनाएं।