13 मार्च 2014, मुरादाबाद l पुलिस ने गोकशी की दो घटनाओं का खुलासा करते हुए पुलिस ने बजरंग दल नेता मोनू विश्नोई को समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था l बजरंग दल और वीएचपी ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है l बुधवार को हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कमीशनरी पर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया l
जारी रहेगा संघर्ष : जितेंद्र
इस मौके पर वीएचपी मेरठ प्रांत के सह मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा 28 फरवरी को पुलिस ने कार्यकर्ता मोनू विश्नोई को झूठा गोकशी का आरोप लगाकर जेल भेज दिया है, इसलिए मुरादाबाद पुलिस की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया गया है। उन्होंने कहा सरकार की मंशा गाय को बचाने की है जबकि पुलिस की मंशा गाय कटवाने की है। पुलिस सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा हम इस मामले में इलाहबाद कोर्ट लेकर पहुंचे हैं l उन्होंने कहा कि मोनू विश्नोई की रिहाई तक आंदोलन जारी रहेगा।
ये है गोकशी की पूरी घटना
दरअसल, मामला 16 जनवरी का है जब थाना छजलैट इलाके के कांवड़ पथ पर गोवंश के अवशेष मिले थे। इसे लेकर काफी बवाल भी हुआ था। इसके कुछ दिन बाद फिर इसी तरह की घटना थाना छजलैट में हुई थी। 28 जनवरी को चेतरामपुर गांव में गोवंश पड़ा मिला। इसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर हंगामा किया था। गौरतलब है कि दोनों ही घटनाओं की सूचना बजरंग दल के कार्यकर्ता द्वारा पुलिस को दी गई थी। कार्यकर्ताओं आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए थाने पर प्रदर्शन की अगुवाई बजरंग दल के नेता मोनू विश्नोई ने की थी।