
निर्यातक सैयद नासिर विदेशी ग्राहकों से गुफ्तगू करते हुए।
08 फरवरी 24, ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में चल रहे दिल्ली मेले के तीसरे दिन एक्सपोर्टस और बायर्स के बीच बिजनेस डील होती देखी गई। अधिकांश बायर्स ने अपनी जरूरत के उत्पादों का चयन कर लिया है। ईपीसीएच अध्यक्ष का कहना है कि गुरुवार को आर्डर मुकम्मल होने लगे हैं और आने वाले दो दिन बिजनेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
दुनिया का विश्वास जीता उत्पादों ने
ईपीसीएच द्वारा आयोजित स्प्रिंग फेयर में बायर्स और निर्यातक बिजनेस गुफ्तगू करते देखे गए हैं। हालांकि इस बीच बायर्स अभी भी उत्पादों की तलाश में जुटे हैं और घरेलू जरूरत के उत्पादों को अधिक तरजीह दे रहे हैं। ईपीसीएच के मुताबिक नियमित ग्राहकों के साथ पहली बार व्यापार करने आए बायर्स को उत्पाद की फिनिश और गुणवत्ता उत्साहित कर रही है। ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा है कि यह मेला हमारे विदेशी खरीदारों, घर खरीदने वालों, खरीद एजेंटों और घरेलू वॉल्यूम खरीदारों के समर्थन से अपनी पूरी भव्यता पर है। खरीददारों के कई नए कनेक्शन स्थापित किए जा रहे हैं, जबकि मौजूदा कनेक्शन फिर से जीवित और सशक्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि कुछ आॅर्डर पूरे हो चुके हैं और बाकी को शो के बाद के फॉलोअप के दौरान अंतिम रूप देने के लिए रखा गया है। निर्यातक अनूप शंखधार ने कहा है कि मेला अपनी भव्यता और उत्पाद श्रंखला के लिए विश्व में पहचान रखता है। निर्यातक सैयद नासिर का कहना है कि उनके रेगुलर बायर्स के अलावा क नए लोगों ने विजिट किया है और अच्छी पूछताछ हुई है जिसके आर्डर में बदलने की संभावनाएं हैं।
बनाने होंगे पर्यावरण अनुकूल उत्पाद
आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा है कि ईपीसीएच हस्तशिल्प उद्योग को स्थायी, समावेशी और संपन्न भविष्य के लिए चक्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन पर जोर देती रही है और हरित मूल्य श्रृंखलाओं की ओर आगे बढ़ने में मार्गदर्शन कर रही है। ऐसे उत्पाद दुनिया के शीर्ष होम और लाइफस्टाइल ब्रांडों की खुदरा बिक्री में अपनी जगह बना रहे हैं। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने बताया कि बिजनेस बढ़ाने ले लिए लगातार निर्यातकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। निर्यातक शहाब आलम ने बताया कि मेले की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं और सभी स्टालों पर अच्छी प्रोडक्ट रेंज देखने को मिली है। उन्होंने कहा है कि विभिन्न कारणों से दुनिया में कारोबारी मंदी हैं जिससे निपटने को चुनौती के रुप में लेना होगा। निर्यातक कमल सोनी का कहना है कि जहां प्रोडक्ट है वहां ग्राहक भी है। हमें दुनिया की मांग के अनुरूप उत्पादन करने की जरूरत है। निर्यातक राजेश गुलाटी मानते हैं कि फेयर आयोजन की तारीखों का बहुत ध्यान रखने की जरूरत है। निर्यातक मोहम्मद नाजिम ने बताया कि बायर्स का रुख सकारात्मक है जिससे कारोबार की उम्मीद जगी है।