इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स की छलांग : अमेरिका के एक्सपो बाजार में खोला शोरूम, निर्यात बढ़ाने की कवायद तेज
Leap of Indian Handicrafts: Showroom opened in America's Expo market, efforts to increase exports intensified
14 जनवरी 24, दिल्ली। भारतीय हस्तशिल्प एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की कवायद के तहत हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद (ईपीसीएच) ने यूरोप में शोरूम खोलने के बाद अब अमेरिकी बाजार में प्रवेश किया है। बकौल, डॉ. राकेश कुमार-एक्सपो बाजार में शोरूम खोलने से अमेरिकी खरीदारों को बी2बी सोर्सिंग का नया अवसर प्रदान करेगा। एक्सपो बाजार डलास शोरूम का उदघाटन ह्यूस्टन यूएसए में डलास के मेयर टेनेल एटकिन्स ने किया।
खरीदारों से बनेगा होगा सीधा संबंध
मेयर प्रो टेम टेनेल एटकिन्स ने कहा कि अमेरिका में एक्सपो बाजार वैश्विक मंच पर हस्तशिल्प उद्योग के विस्तार में मील का पत्थर साबित होगा। शोरूम केवल उत्पाद प्रदर्शित करने के स्थान नहीं हैं, बल्कि उत्कृष्ट शिल्प कौशल की दुनिया का प्रवेश द्वार है। तथा भारतीय संस्कृति की समृद्ध हस्तशिल्प कला का उत्सव है। आईईएमएल और एक्सपो बाजार के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि उत्कृष्टता की हमारी खोज कार्यक्रम के तहत एक्सपो बाजार देश के दूरदराज के समूहों में खरीदारों और छोटे उत्पादकों के बीच सीधा संबंध बढ़ाने के लिए समर्पित है। जस्ट इन टाइम (जेआईटी) बिजनेस मॉडल ने संपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को सुव्यवस्थित किया है। एक्सपो बाजार में हम सस्टेनेबिलिटी को एक मुख्य मूल्य के रूप में अपनाते हैं। ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा की एक्सपो बाजार एक प्रीमियम भारतीय बी2बी प्लेटफॉर्म और भारतीय घरेलू और लाइफस्टाइल उत्पादों के लिए सोर्सिंग हब है। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष अटलांटा में शोरूम का उद्घाटन किया गया था और डलास के बाद शिकागो मार्केट में शोरूम खोला जाएगा। उन्होने कहा कि भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने, विकसित करने और निर्यात करने के मिशन के साथ स्थापित, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद प्लेटफॉर्म के प्रभाव को और प्रासंगिक करने के लिए एक्सपो बाजार के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है।
देश के निर्यात का 35 फीसद अमेरिका को
गौरतलब है कि विदेशों में भारत की छवि और होम, जीवनशैली, कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा जिसमें अमरीका हस्तशिल्प निर्यात 11035.61 करोड़ रुपये (1370.65 मिलियन डॉलर) मूल्य के हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात किया गया। इस मौके पर सेल्स और मार्केटिंग के उपाध्यक्ष जय धवन ने जोर देकर कहा कि हमारे ग्राहक लगातार अपने घरों में कार्यक्षमता, सहजता और व्यक्तिगत शैली को प्राथमिकता देते हैं। घर के कोनों, छोटे स्थानों को जीवंत करने से लेकर पूर्ण घर के नवीनीकरण तक की परियोजनाएं शामिल हैं। यह प्रतिबद्धता हमारे ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को समझने और उन्हें पूरा करने के प्रति हमारे समर्पण को दशार्ती है।