14 जनवरी 24, (भोजपुर) मुरादाबाद। थाना समाधान दिवस में शनिवार को उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक गरीब विधवा ने थाने में आकर लेखपाल पर पंद्रह हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी को तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। मामला पिता की मौत के बाद जमीन में बेटों का नाम दर्ज करने का बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने आरोप की जांच शुरू कर दी है। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस ने शुरु की जांच
शनिवार को समाधान दिवस में आने वाले फरियादियों में भोजपुर की विधवा भगवानदेई भी पहुंची थी। भगवान देई से बताया कि उसके पति की तीन वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। उसके पति का नाम गाटा संख्या 149, 164 व 369 की भूमि के सरकारी रिकार्ड में संक्रमणीय भूमिधर के रूप में दर्ज है। वह करीब तीन महीने से सरकारी अभिलेखों में अपने बच्चों का नाम दर्ज कराने के लिए परेशान है। उसके तीन बच्चे हैं। उसका आरोप है कि करीब डेढ़ महीने हल्का लेखपाल सर्वेश चौहान से मिली थी, तब लेखपाल ने पांच हजार रुपये देने पर सरकारी प्रपत्रों में नाम दर्ज करने का भरोसा दिया था। उसने अपने रिश्तेदारों और परिचितों से उधार लेकर पांच हजार रुपये लेखपाल को दे दिए। लेखपाल ने उसे कई चक्कर कटाए और अब कह रहा है कि दस हजार रुपये और देने पर ही नाम दर्ज होगा। विधवा का कहना है कि वह मजदूरी करके बच्चों का पालन करती है वह कहां से दस हजार रुपये लेकर आए। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। लेखपाल का पक्ष नहीं मिल सका है, शीघ्र ही लेखपाल का पक्ष भी प्रकाशित किया जाएगा। याद रहे कि बीते दिनों तालाब पर कब्जा करने के मामले में भी लेखपाल की भूमिका संदिग्ध मिली थी।