अध्यात्मउत्तर प्रदेशधर्म-कर्मपर्व-त्योहारमुरादाबाद

जश्ने-ए-ईद मिलादुन्नबी : दुल्हन की तरह सजा शहर, जुलूस-ए-मोहम्मदी में उमड़े गुलामाने रसूल (अपडेट)

Jashne-e-Eid Milad un nabi: City decorated like a bride, Ghulamane Rasoolallah gathered in juloos-e-Mohammadi

28 सितंबर 23, मुरादाबाद। जिन बहन-बेटियों की हिफाजत का मुद्दा दुनिया में गरम है उन्हें जीने का अधिकार दिलाने वाले, दुनिया को इंसानियत सिखाने वाले, समानता, सामाजिक न्याय और तालीम हासिल करने का संदेश देने वाले, जिंदगी का सही मकसद हासिल करने के लिए अल्लाह का संदेश कुरान पाक और अहलेबैत देने वाले, उम्मत की बेहतरी के लिए अल्लाह से रूबरू होने होने वाले पैगंबर-ए-इस्लाम, नबियों के सरदार, हुजूर-पुरनूर मुहम्मद मुस्तफा (सअ) की यौमे विलादत की खुशियां चारों तरफ बिखरी हुई हैं। शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है तो सुबह से जुलूस-ए-मोहम्मदी में हुजूर की आमद मरहबा के नारे गूंजने लगे हैं। घरों में सलातो-सलाम और नज्रो-नियाज का नजराना पेश किया जा रहा है तथा खुशियां मनाने के साथ लंगर-ए-आम भी शुरू हो गया है।

खानकाहे वारसिया में सजाई गई नूरानी महफिल।

खानकाहे वारसिया में नूरानी महफिल

शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी के रास्तों पर खूबसूरत सजावट की गई है जिसमें राजकीय इंटर कालेज से पान दरीबा, मंडीचौक, चौमुखापुल, कच्चा बाग, लाल मस्जिद, फीलखाना, तहसील स्कूल, कोहना मुगलपुरा, दीवान का बाजार, जामा नईमिया के अलावा भी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में चकाचौंध सजावट देखने लायक है। नात पाक और कव्वाली की गूंज से माहौल रूहानी हो गया है। मस्जिदों के अलावा तमाम संगठनों की जानिब से मिलाद कराकर हुजूर की शान बयान की गई। बीती रात खानकाह-ए-वारसिया में रिजवान वारसी की जानिब से नूरानी महफिल का आयोजन किया गया। महफिल में नसीम वारसी, हबीब वारसी, साकिब वारसी, सपा नेता वसीम वारसी, अनीस वारसी, मोहसिन वारसी, अफसर वारसी, नईम वारसी, जाकिर वारसी, आारिफ वारसी, आातिफ वारसी आदि शामिल रहे। महफिल में रामपुर के फरीद एवं हमनवां ने कलाम पेश किए।

कांठ रोड पर जुलूस-ए-मोहम्मदी का नजारा।

मरहबा, सरकार की आमद मरहबा

ईद मिलादुन्नबी पर हिमगिरी कालोनी से शुरू हुए जुलूस के दौरान रास्ते भर नबी की शान में नात पाक, सलातो-सलाम व नारे गूंजते रहे। रसूले पाक की आमद पर पूरे अंचल में खुशियां बिखरी दिखाई दे रही हैं। मस्जिदों और दरगाहों को सजाया गया है। जुलूस-ए-मोहम्मदी में इस्लामी झंडे लिए बड़ी संख्या में बच्चे, युवा और बुजुर्ग हाथों में झंडे और बैनर लिए शामिल थे। पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा (सअ) की अजमत का नारा बुलंद करते हुए मरहबा, सरकार की आमद मरहबा जैसे नारे बुलंद करते रहे।

मुरादाबाद के कच्चा बाग में की गई खूबसूरत सजावट।

हरथला से निकाले गए निकाले गए जुलूसे मोहम्मदी में शामिल मुहम्मद इमरान कामिल, मुहम्मद शमी, शहजाद, फैजान सलमानी, अजीम, जावेद, नावेद, अजहर हुसैन, मुहम्मद मुजाहिद, आमान, यूसुफ, मुहम्मद समीर, रिजवान कामिल आदि शामिल रहे।

जुलूस शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए गर्वमेंट कालेज से असर की नमाज के बाद निकाले जाने वाले मुख्य जुलूस में शामिल होगा।जीआईसी इंटर कॉलेज से नमाजे असर के बाद निकले गए जुलूस-ए-मोहम्मदी में शामिल मुफ्ती अयूब खां, मुफ्ती दानिश उल कादरी, मुफ्ती मन्नान कलीमी, सांसद डा. एसटी हसन, देहात विधायक नासिर कुरैशी, कांठ विधायक कमाल अख्तर, हाजी रिजवान कुरैशी, सपा महानगर अध्यक्ष इकबाल अंसारी, असलम पंचायती, पूर्व गन्ना समिति के चैयरमेन अजय वीर सिंह, नोमान मंसूरी, महमूद कुरैशी व गुलाम ए मुस्तफा आदि शामिल रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button