यूपी की बड़ी खबर : मुरादाबाद के श्रम प्रवर्तन अधिकारी को पचास हजार की रिश्वत लेते विजीलेंस टीम ने रंगेहाथ दबोचा
Big news of UP: Vigilance team caught Moradabad labor enforcement officer red handed while taking bribe of fifty thousand rupees
26 सितंबर 23, मुरादाबाद-बरेली। प्रदेश में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बरेली के एसपी विजीलेंस के निर्देशन में श्रम विभाग के प्रवर्तन अधिकारी को पचास हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। मामला पेट्रोल पंप की जांच में मिली खामियों को निपटाने का बताया जा रहा है। गिरफ्तार श्रम प्रवर्तन अधिकारी को विजीलेंस टीम बरेली ले गई है। बरेली से मिली जानकारी के मुताबिक श्रम प्रवर्तन अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
पेट्रोल पंप संचालक से मांगी रिश्वत
मंगलवार को विजिलेंस की टीम थाना सिविल लाइन क्षेत्र में जिला पंचायत भवन के संचालित श्रम विभाग कार्यालय में पहुंचीं थी। बताते हैं कि पेट्रोल पंप संचालक ने पचास हजार रुपये की रिवत मांगने की शिकायत बरेली में एसपी सतर्कता अधिष्ठान से की थी। विजीलेंस टीम ने पचास हजार रुपये के नोटों पर केमिकल लगाकर श्किायतकर्ता दो दिए थे। प्लान के मुताबिक शिकायतकर्ता ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुभाष भारती को फोन करके रिश्वत देने के लिए बाहर बुलाया, लेकिन अधिकारी ने उसे दफ्तर में बुला लिया। विजीलेंस टीम ने तत्काल अपनी रणनीति बदली और टीम आफिस पहुंच गई। बताया जाता है कि शिकायतकर्ता के दफ्तर में अकर सुभाष भारती से मिलने पर अपनी फाइल संबंधी बातचीत की तो अधिकारी ने फिर रिश्वत की मांग कर दी। श्किायतकर्ता ने प्लान के मुताबिक पचास हजार रुपये अधिकारी को दे दिये। श्रम प्रवर्तन अधिकारी द्वारा रिशवत के पचास हजार रुपये हाथ में लेते ही टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया और तेजी के साथ आफिस से बाहर लाकर अपने वाहन में बैठा लिया।
बरेली में रिपोर्ट दर्ज, पैरवी में वकील जुटे
विजीलेंस की कार्रवाई इतनी तेजी से हुई कि विभागीय अधिकारी और कर्मचारी हैरान रह गए। खबरों में कहा गया है कि सुभाष भारती ने थोड़ा विरोध किया था, लेकिन विजीलेंस टीम की तेजी के सामने कुछ नहीं हो सका। स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तारी संबंधी कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है। बरेली विजीलेंस आफिस से बताया गया कि सुभाष भारती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। समाचार लिखे जाने तक श्रम प्रवर्तन अधिकारी की पैरवी करने कई वकील विजीलेंस आफिस पहुंच गए थे। विजीलेंस विभाग का कहना है कि शीघ्र ही प्रेस विज्ञप्ति जारी करके गिरफ्तारी की जानकारी दी जाएगी। बहरहाल, श्रम विभाग में विजीलेंस की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। कार्रवाई की स्थिति जानने के लिए शम तक स्टाफ फोन पर लगा रहा।