लाल खून का काला धंधा : प्लेटलेट्स का जंबो पैक बेचने वाले गैंग की गहरी हैं जड़ें, पुलिस जांच में जुटी
Blood business: The gang selling jumbo packs of platelets has deep roots, police engaged in investigation.
26 सितंबर 23, मुरादाबाद। जिले में बढ़ते डेंगू बुखार के मरीजों को जान बचाने के नाम पर मुनाफाखोर भी सक्रिय हो गए। इन लोगों ने निशााना बनाया जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को और जान बचाने के लिए 25 हजार रुपये का एक प्लेटलेटस जंबो पैक बेचने लगे। बेचारा मरीज और उसके रिश्तेदार जान जोखिम से देखकर महंगी कीमत पर जंबोपैक खरीदते रहे। मीडिया में मामल उछलने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों को होश आया और आनन-फानन में खून बेचने वाले गैंग के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस जांच में खून के सौदागरों के गैंग और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत की बारीकी से जांच की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
दरअसल, मीडिया में डेगूं के मरीजों को बाजार से जंबोपैक खरीदने की खबरें आने पर अपर निदेशक स्वास्थ्य इस गंभीरता लिया और अधिकारियों को जांच कराने के निर्देश दिए गए। इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों के एक नंबर मिला जो अस्पताल में खून और जंबो पैक उपलब्ध करा रहा था। एडिशनल सीएमओ डॉ संजीव कुमार वेलबाल ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और तहरीर पर थाना सिविल लाइन को दी गई। प्लेटलेटस जम्बोपैक खून की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। रिपोर्ट में फोन नंबर 8384819077 को भी अंकित कर किया गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी के साथ धारा 19 मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। याद रहे कि प्रदेश सरकार लगातार जिला अस्पताल के मरीजों को मुफ्त इलाज करने के निर्देश जारी करती रहती है। इसके बावजूद स्वास्थ्य अधिकारियों लापरवाही से खुलेआम खून का धंधा चलता रहना सवाल खड़े करता है।
पूरे गैंग का जल्द होगा खुलासा
ेएसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा है कि एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उससे फोन की सीडीआर निकाली गई है जिससे खून बेचने के धंधे का खुलासा हो सकेगा। प्लेटलेट्स जंबोपैक उपलब्ध कराने वालों की जानकारी भी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि इस धंधे में जो लोग भी जुड़ें हं उन्हें गिरफ्तार करने के साथ सरकारी कर्मियों से मिलीभगत की जांच भी की जा रही है। खबरों में कहा गया है कि गैंग मुरादाबाद जिले के साथ आसपास के सरकारी अस्पतालों में भी प्लेटलेट्स जंबोपैक को बेच रहे थे। वहीं हिरासत में लिया गया व्यक्ति मुगलपुरा क्षेत्र का बताया जा रहा है। इधर, सिविल लाइंस थाना प्रभारी आरपी शर्मा का कहना है कि मामला पेचीदा है इसलिए गंभीरता से जांच की जा रही है। खून के सौदागरों को बक्शा नहीं जाएगा। पुलिस पूरे गैंग का पर्दाफाश करने में लगी है।