
18 सितंबर 23, मुरादाबाद। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंड भी देते हैं। शनि देव की कुदृष्टि पड़ने पर जातक को जीवन में ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शनि की साढ़े साती में भी जातक को विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ता है। वर्तमान समय में मकर, कुंभ और मीन राशि के जातक साढ़े साती से पीड़ित हैं। अब शनिदेव अपनी चाल बदल रहे हैं जिससे तीन राशियों के जातकों पर विशेष कृपा बनी रहेगी।

नवंबर में होंगे तीन राशियों पर मेहरबान
मानव कल्याण मिशन के संस्थापक स्वामी अनिल भंवर की मानें तो शनि देव वर्तमान समय में वक्री चाल चल रहे हैं और चार नवंबर को मार्गी होंगे। शनि देव के मार्गी होने से सभी राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ेगा, इनमें तीन राशियों को अधिक लाभ मिलने वाला है। उन्होंने बताया कि राजधानी पंचांग के अनुसार शनि देव चार नवंबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर मार्गी होंगे। इससे पहले वह 17 जून को वक्री हुए हैं। वहीं, 17 अक्टूबर को शनि देव धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। वर्तमान समय में शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं और वृषभ राशि के कर्म भाव में हैं। शनि के चार नवंबर को मार्गी होने पर वृषभ राशि के जातकों को करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलेगी। बिगड़े या रुके काम बनने लगेंगे। साथ ही गुरु के गोचर हो जाने पर वृषभ राशि के जातकों को अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा। वर्तमान में शनिदेव मिथुन राशि के भाग्य भाव को देख रहे हैं। मार्गी होने पर न्याय के देवता की शुभ दृष्टि मिथुन राशि के जातकों पर अवश्य पड़ेगी। इससे मिथुन राशि के जातक को सभी क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। आय के स्त्रोत बढ़ेंगे। साथ ही रुका हुआ धन भी प्राप्त होगा। स्वामी अनिल भंवर ने बताया कि मकर राशि में साढ़े साती का अंतिम चरण चल रहा है। अंतिम चरण में शनि देव की विशेष कृपा जातक पर रहती है। शनि के मार्गी होने पर मकर राशि के जातकों को अवश्य लाभ प्राप्त होगा। मकर राशि के धन भाव में शनि देव विराजमान हैं। इस लिए आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी।