11 सितंबर 23, मुरादाबाद। रविवार को बीते चौदह साल का रिकार्ड तोड़ने वाली झमाझम बारिश से पीतल नगरी यानी स्मार्ट सिटी वाटर सिटी में तब्दील हो गई। शहर के करीब 70 फीसदी हिस्से में जलभराव होने से लोगों को परेशानी हुई। कांठ मार्ग की पॉश कालोनियों में भी जलभराव हुआ और भोलेनाथ कालोनी में निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण चौबीस घंटे से जलभराव के हालात बने है जिससे क्षेत्रवासी घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। इसके साथ ही रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से डिलारी ब्लाक के कई गांवों में बढ़ आ गई है और शहर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
डिलारी के कई गांवों में घुसा पानी
डिलारी ब्लाक में रामगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से खादर क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के आसपास बाढ़ का पानी घूमने लगा है। गांव मलकपुर सेमली के पास संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ाने से क्षेत्र वासियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और यातायात बाधित हो गया है। इसके अलावा गांव महदूद कलमी, हसन घड़ी, मुस्तफापुर, बढेरा, चटकाली, सालम सराय आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ के पानी ने अनेक गांवों में खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि जल्दी ही पानी की निकासी नहीं हुई तो फसलें बर्बाद हो जाएंगी। इसी तरह शहर में डबल फाटक पुल के पास भोलनाथ कॉलोनी में बीते दिन हुआ जलभराव कायम रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी एकत्र होने से इलाके में बीमारी फैलने की आशंका पनपने लगी है। सोमवार को लोगों को घर से निकलने पर पानी से होकर गुजरना पड़ा है।
डीएम ने किया शहर का भ्रमण
इधर खबर मिली है कि खो बैराज से 53000 क्यूसेक तथा हरेवली बैराज से 25000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो रामगंगा में आ रहा है। करीबि 78 हजार क्यूसेक पानी अगले दो दिन में मुरादाबाद पहुंचने की संभावना है जिससे रामगंगा का जल स्तर खतरे के निशाान से उपर चला जाएगा। सोमवार शाम को रामगंगा का जल स्तर 190.13 होने से रामगंगा का पानी सीऐएल गुप्ता आई हास्पिचल, जामा मस्जिद पार्क के नजदीक पहुंच गया था। बाढ़ खंड की माने तो रामगंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह नगर निगम की टीम को लेकर शहर में घूमे। उन्होंने जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत कार्य भी शुरू कराया है। जिले में मुरादाबाद तहसील के 122 गांव व क्षेत्र, कांठ तहसील के 18 गांव, बिलारी के 119 गांव, ठाकुरद्वारा के 30 गांवों को बाढ़ की आशंका के चलते सतर्क कर दिया गया है। बाढ़ चौकियां सक्रिय कर दी गई हैं।
सीएम भी सतर्क, कड़ी हिदायत
याद रहे कि रविवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण रेलवे लाइन भी डूब गई थी जिसके कारण आठ ट्रेनों को निरस्त करते हुए चार ट्रेनों की दूरी कम की गई थी। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक्शन मूड में हैं। उन्होंने अफसरों को सक्रिय करते हुए राहत कार्य तेजी से कराने की हिदायत दी है। सीएम ने कहा है कि पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित किए जाएं, आपदा प्रभावित लोगों को राहत राशि वितरण की जाए, जल निकासी के उचित प्रबंध किए जाएं, फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जाए, प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जानी चाहिए। बहरहाल जानकार कहते हैं कि नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर में जलभराव हुआ है। गौरतलब है कि रविवार को हुई बरसात से लोगों के घरों और दुकानों में पनी घुस गया था।