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मुरादाबाद में फैल रहा फ्लू : आंखें हैं कुदरत का अनमोल तोहफा, इस तरह करें हिफाजत

Flu spreading in Moradabad: Eyes are the precious gift of nature, protect them in this way

विक्की चौधरी की रिपोर्ट 

01 अगस्त 23, मुरादाबाद। जिले में आई फ्लू की दस्तक से लोग परेशान हैं। आई फ्लू को मेडिकल की भाषा में कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं। इसके लक्षण हैं कि आंखों में इंफेक्शन होने से आंखें लाल हो जाती हैं और पानी निकलता रहता है। इसमें आंखों में सूजन होने से साफ दिखाई नहीं देचा है। यही वजह है कि आई फ्लू होने से व्यक्ति परेशान रहता है। सरकार की तरफ से जिला अस्पताल में इसके उपचार की व्यवस्था की गई है। साथ ही आई फ्लू को लेकर कुछ देसी नुस्खे भी बताए जा रहे हैं।

मोबाइल का कम प्रयोग करें

विशोषज्ञ मानते हैं कि आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से आपको यह वायरस हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है तथा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैलता है। इसलिए संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों की सफाई करते रहें। इसके अलावा आंखों को हाथ नहीं लगाएं, आसपास सफाई रखें, आंखों को पानी से छोते रहें, चश्मा लगाकर घर से बाहर निकलें, संक्रमित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचना जरूरी है। इसी तरह संक्रमित व्यक्ति के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल नहीं करें, टीवी व मोबाइल का प्रयोग कम करें। जानकार मानते हैं कि आई फ्लू ठीक होने में पांच से दस दिन लग सकते हैं। अगर आपकी आंखें संक्रमित हो जाएं तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेकर उपचार शुरू करें। इसके अलावा अपना रूमाल, कपड़े, तौलिया किसी को प्रयोग नहीं करने देना है और चश्मा अवश्य लगाएं। इस दौरान लैंस का प्रयोग नहीं करना चाहिये। घर पर रहने से इंफेक्श्न जल्दी ठीक होता है।

आशा कार्यकत्री कर रहीं जागरूक

निजी चिकित्सकों के साथ जिला अस्पताल तथा तहसील व ब्लाक स्तर पर सरकारी अस्पतालों में मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। बिलारी से सरकारी अस्पताल प्रभारी हरीश चंद्र ने बताया कि फ्लू से बचने के लिए ठंडे पानी से आंखों को धो सकते हैं। उन्होंने सलाह दी है कि मोबाइल कम यूज करें और धूप में ज्यादा नहीं निकलें। उन्होंने कहा कि एक दूसरे के वस्त्र इस्तेमाल करने से फ्लू हो सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दी गई दवाइयां जनता तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। गांव की आशा कार्यकत्री द्वारा सूचित करा दिया गया है इस बीमारी से सतर्क रहें और यदि किसी को दिक्कत होती है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर संपर्क करें। चिकित्सका विभाग का कहना है कि शासन ने उपचार और दवा की पूरी व्यवस्था की है।

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