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मनोरंजन बंदियों का : मुरादाबाद जेल में गूंजेगा-भगवान इक कसूर की इतनी बड़ी सजा…

Entertainment of the prisoners: Moradabad jail will echo - bhagwan ik kasoor ki itni badi saza...

21 जुलाई 23, मुरादाबाद। जेल बंदियों को शिक्षा और रोजगार से जोड़ने की कवायद के बीच अब सरकार ने बंदियों को तनाव मुक्त करने और उन्हें अपनी प्रतिभा को पहचानने का मौका दिया है। यूपी की जेलों में रेडियो स्टेशन स्थापित करने की योजना के तहत मुरादाबाद की जेल में रेडियो स्टेशन तैयार हो गया है। जेल परिसर के अंदर चलने वाले इस जेल रेडियो का संचालन बंदी ही करेंगे। यानी रेडियो जॉकी भी बंदी होंगे और गाने वाले भी बंदी। इस दौरान बंदी अपनी फरमाइश करके मनपसंद गाना भी सुन सकेंगे।


मुरादाबाद जेल में बने रेडियो स्टेशन को संचालित करता बंदी।

आएगी सकारात्मकता, पहचानेंगे प्रतिभा

प्रदेश् सरकार बंदियों के विकास और जुर्म की दुनिया से छुटकारा दिलाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। बंदियों को जेल से रिहा होने पर रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं। इसी क्रम में जेल में रेडियो स्टेशन तैयार किया गया है। रेडियो स्टेशन के कंट्रोलरूम को जेल रेडियो परवाज का नाम दिया गया है।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह।

कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक पीपी सिंह ने बताया कि जेल में रेडियो स्टेशन बनाने का उद्देश्य बंदियों को रचनात्मक की तरफ आगे बढ़ाना है। इन गतिविधियों से बंदियों में आत्म विश्वास बढ़ेगा और मनोरंजन भी होगा। जेल में बंदी खाली रहता है इसलिए अक्सर तनाव में देखा जाता है। मनोरंजन होने से वह तनावमुक्त भी होंगे। उन्होंने बताया कि रेडियो स्टेशन से बंदियों के अंदर की प्रतिभा बाहर आएगी। उन्होंने बताया कि कई बंदी रेडियो जॉकी बनने के लिए आगे आए हैं और संचालन करना सीख भी रहे हैं। उन्होंने बताया कि बंदी गाना गाना, कोई वाद्य यंत्र बजाना चाहता है उसे भी मौका दिया जाएगा। वह कहते हैं कि इससे बंदियों में सकारात्मकता का संचार होगा और वह जुर्म की दुनिया को अलविदा कहेंगे। हैंडिंग में जो गाना दिया गया है कि फिल्म गहरा दाग का मश्हूर गाना है जिसे पर्दे के पीछे सुप्रसिद्ध गायक मो. रफी ने गाया है।

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