विक्की चौधरी की रिपोर्ट
22 जुलाई 23, मुरादाबाद। देश् में व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी की फेक जानकारी युवाओं को गुमराह कर रही है। वहाट्सएप और सोशल मडिया के तमाम प्लेटफार्म के दीवाने हुए युवाओं और बच्चों तक वह सामग्री भी पहुंच रही है जो उनतक नहीं पहुंचनी चाहिए। ऐसे में मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार ने जिले में पुस्तकायलय स्थापित करने की जरूरत को समझा और किताबें दान करने की मुहिम चलाई। मंडलायुक्त की अपील काम आई और जनता ने एक लाख से अधिक पुस्तकें दान कर दीं। जिले में करीब 440 पुस्तकालय स्थापित कर दिए गए हैं।
सभी न्याय पंचायत में बनाएंगे लाइब्रेरी
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के प्राथमिक विद्यालयों और ब्लॉक कार्यालयों में पुस्तकालय बनकर तैयार हो गए हैं। लाइब्रेरी में कोई भी जाकर मुफ्त में किताबों का अध्ययन कर सकता है। पुस्तकालय सीडीओ की देखरेख में शुरू किये गए हैं। बकौल जिला विकास अधिकारी सुमित यादव सभी जगह पर पुस्तकालय ठीक प्रकार से चल रहे है। उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में इसको और विकसित किया जाएगा। सीडीओ सुमित यादव ने बताया कि जिले की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। ब्लाक में और प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने पर मंथन किया जा रहा है। हमने यह निर्णय लिया है कि हर ग्राम पंचायत में एक लाइब्रेरी तैयार की जाए। अब तक 440 ग्राम पंचायतों में लाइब्रेरी का निर्माण करा दिया है जिसमें 400 लाइब्रेरी प्राथमिक विद्यालय में स्थित हैं। इसके साथ ही 40 लाइब्रेरी हमारी पंचायत भवनों में स्थापित हो गई हैं। उन्होंने बताया कि पुस्तक दान अभियान में अब तक करीब 110000 किताबें मिल चुकी है। किताबों की हम लोग छटनी करा रहे हैं। इसमें कंपटीशन और एनसीईआरटी की किताबें भी शामिल हैं जिन्हें हर ग्राम पंचायत की लाइब्रेरी में पहुंचाया जाएगा।