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सपा को गुटबाजी का फायदा : दोनों गुटों ने जिताये अपने पार्षद, बैचेन कार्यकर्ता मिशन 2024 पर उठा रहे सवाल

SP benefits from factionalism: both factions win their councillors, restless workers raising questions on Mission 2024

13 जुलाई 23, मुरादाबाद। पांच विधायक और एक सांसद को जिताने वाला जिला समाजवादियों का किला रहा है। यहां बीते नगर निगम के चुनाव नतीजों से जनता और र्काकर्ताओं में निराशा है और इस बीच गुटबाजी चरम पर पहुंचने लगी है। हालांकि बीते दिनों हुए नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में पांच वोट वाली पार्टी ने जिस तरह अपने दो सदस्यों को जिताया है वह चौंकाने वाला है और इसे गुटबाजी का फायदा कहा जा सकता है, मगर आने वाले लोकसभा चुनाव में गुटबाजी क्या गुल खिलाएगी इसे लेकर कार्यकर्ता असमंजस में हैं और हाईकमान मंथन में जुटा है।

शाने अली शानू की दावत में शीरी गुल।

शीरी गुल ने सबको चौंकाया

दरअसल, निकाय चुनाव के नतीजों को लेकर सपा के दिग्गज नेताओं की काबिलयित पर साल उठ रहे हैं। पार्टी का कोई भी नेता वोटों को कांग्रेस में जाने से नहीं रोक सका है। अंसारी समाज, कुरैशी समाज और हाईकास्ट के नेता भी वोट रोकने में नकाम साबित हुए हैं। फिलहाल स्थानीय नेताओं में हाईकमान से एक-दूसरे की शिकायत करने का सिलसिला जारी है। इस बीच बीते दिनों हुए कार्यकारिणी चुनाव से गुटबाजी को बढ़ावा मिला है। खबर मिली है कि सपा नेताओं ने कायकरिणी चुनाव में महानगर अध्यक्ष इकबाल अंसारी को चुनाव लड़ाने का एलान किया था। महिला सभा की जिलाध्यक्ष शीरी गुल भी चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन पार्टी नेताओं की तरफ से उन्हें समर्थन नहीं मिल सका। इकबाल अंसारी को चुनाव जीतने के लिए दो वोटों को इंतजाम करना पड़ा, जबकि शीरी गुल को पांच वोटों की दरकार थी। ऐसे में पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू गुट शीरी गुल के समर्थन में आया में और पांच वोटों का इंतजाम करके चौंकाने वाले नजीते सामने ला दिए।

पूर्व विधायक के आवास पर इकबाल अंसारी।

कार्यकर्ता पशोपेश में और बैचेन

सपा के कार्यकर्ताओं में गुटबाजी को लेकर सर्वधिक चिंता है जबकि दिग्गजों ने अभी तक कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाने की कोशिश शुरू नहीं की है। बुधवार शाम शाने अली शानू की तरफ से डिनर पार्टी का इंतजाम किया गया था जिसमें कार्यकारिणी सदस्य बनीं शीरी गुल ने भी शिरकत की। इस दावत में पूर्व जिला अध्यक्ष अतहर हुसैन अंसारी, हाजी तालिब अंसारी, अनीस उद्दीन कातिब, पूर्व जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, पूर्व दर्जा मंत्री जुगल किशोर, कुलदीप तुरैहा, रईस अहमद अल्लन, वदूद खान, शाहनियाज राजा, शारिक कुरैशी, जिगरी मलिक, हारून पाशा, सलामत अली, मोहसिन खां शामिल रहे। दावत में दीगर दलों के नेता व मीडिया कर्मियों की उपस्थिति भी रही। इसके विपरीत महानगर अध्यक्ष इकबाल अंसारी का विधायक नासिर कुरैशी और पूर्व विधायक यूसुफ अंसारी के आवास पर इस्तकबाल किया गया। बहरहाल, कार्यकर्ताओं की हालत पतली है वह सोच-समझकर पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। माना जा रहा है कि महानगर कमेटी गठित होने के बाद गुटबाजी और बढ़ सकती है। आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए सांसद डॉ. एसटी हसन से बात करने की कोशिश् की गई, लेकिन उनका फोन स्वीच आफ मिला।

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