
04 जून 23. मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी के जेरे एहतमाम संचालित उर्दू आईएएस स्टेडी सेंटर मे डा. आलेमीन अली को मात्र तीन माह के लिए कोर्डिनटर नियुक्त किये जाने पर आरटीआई एक्टीविस्ट ने सवाल उठाया है और एकाडमी की कार्य प्रणाली को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया है। गया। उन्होंने कहा है कि पिछले आठ-नौ वर्षों से चल रहे आईएएस स्टडी सेंटर में शिक्षा ग्रहण करने वाले किसी परीक्षार्थी का उत्तीर्ण नहीं होना चिंताजनक है और दुर्भाग्यपूर्ण भी है।
सीएम योगी कराएं जांच
सलीम बेग ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि पहली जून को उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी के चैयरमेन कैहफुलवारा चौधरी की मंजूरी से डा. आलेमीन अली को बतौरे कोर्डिनटर उर्दू आईएएस स्टेडी सेंटर में 30 सितम्बर 23 तक के लिए निययुक्त किया है। उन्होंने बताया कि एकेडमी के चैयरमेन कैहफूलवारा चौधरी का कार्यकाल भी इसी वर्ष पूरा हो रहा है। उन्हंने कहा कि पिछले आठ-नौ वर्षों में जनता के करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी कोई सफलता नहीं मिलना चिंताजनक है।अब आलेमीन अली की नियुक्ति भी सोची समझी प्लानिंग है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को पछले पांच वर्षो मे उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी व आईएएस स्टेडी सेंटर व सम्बद्ध संस्थानों के कामकाज, नियुक्ति, खर्च, बिल वाउचर, मुशायरा, कवि सम्मेलन आदि कार्यक्रमों में खर्च राशि, स्टेडी सेंटर में खरीद-फरोख्त, कैंटीन संचालन और टेंडर प्रक्रिया, क्लासों मे होने वाली पढ़ाई, टेंडर प्रक्रिया आदि की उच्चस्तरीय जाँच करानी चाहिए।