25 मई 23, मुरादाबाद। यूपी नगर निकाय चुनाव 2023 में मिली करारी हार की समीक्षा समाजवादी पार्टी में शुरू हो गई है। समीक्षा के लिए पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव को जिले का प्रभारी बनाया गया है। गुरुवार को वीरपाल सिंह ने सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मिलकर हार के कारणों की समीक्षा की। बैठक को गोपनीय रखा गया था, लेकिन इसमें सपा के छात्र सभा जिलाध्यक्ष रहे फरीद मलिक द्वारा प्रभारी को दिया गया लेटर सोश्ल मीडिया पर वायरल हो गया। फरीद मलिक ने पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी पर कांग्रेस से अंदरूनी रिश्ते रखने का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निकालने की मांग की है। पूर्व विधायक के शहर से बाहर होने के कारण वह प्रभारी से नहीं मिल सके, हालांकि उन्होंने फोन पर वार्ता करके अपना पक्ष जरूर रख दिया है।
लेटर वायरल होने से प्रभारी खफा
प्रभारी वीरपाल सिंह यादव से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। सांसद डॉ. एसटी हसन, विधायक मो. फहीम, विधायक कमाल अख्तर, महापौर प्रत्याशी हाजी रईस नईमी, जिलाध्यक्ष डीपी यादव, महानगर अध्यक्ष इकबाल अंसारी, तुंगीश यादव आदि ने प्रभारी से मिलकर अपने विचार और शिकायतें रखी हैं। इस बीच छात्र सभा के जिलाध्यक्ष रहे फरीद मलिक ने भी प्रभारी वीरपाल यादव से मुलाकात की। उन्होंने एक पत्र भी प्रभारी को सौंपा जिसमें उन्होंने पूर्व विधायक को शहर में पार्टी की करारी हार का जिम्मेदार ठहराया है।
मुलाकात के थोड़ी देर बाद ही यह लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर इस लेटर पर चुटीले व व्यंग्यागत्मक टिप्पणी होने लगी। इसकी जानकारी होने पर प्रभारी वीरपाल सिंह यादव ने फरीद मलिक से नाराजगी भी जताई है। पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी ने बताया कि वह हज यात्रियों को विदा करने दिल्ली गए थे, इसलिए प्रभारी से उन्होंने मोबाइल फोन पर वार्ता कर ली है। उनके खिलाफ दिए लेटर पर उन्होंने कहा है कि वह पार्टी से निष्कासित है और दूसरों के हाथों में खेल रहा है। सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा है कि बैठक गोपनीय थी इसलिए वहां रखे गए विचारों को साझा नहीं करेंगे।
29 से पहले सौंप देंगे रिपोर्ट
प्रभारी वीरपाल सिंह यादव ने कहा कि बैठक में कई तरह के सुझाव मिले हैं जिसपर वह मंथन करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। उन्होंने बैठक के गोपनीय होने का हवाला देते हुए बताया कि कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से मिलने के बाद विशेष चीजें सामने आयी हैं जिन्हें समीक्षा रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 29 मई को लखनऊ में जिलाध्यक्षों के साथ लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बैठक होनी है। उन्हें अपनी रिपोर्ट इस बैठक से पहले हाईकमान को सौंपनी है। उन्होंने लेटर वायरल होने के मुद्दे पर कहा कि फरीद मलिक को निष्कासित किया जा चुका है, इसलिए उसपर अधिक टिप्पणी नहीं करेंगे।