04 अप्रैल 23, मुरादाबाद। प्रदेश में निकाय चुनाव का बिगुल फिर से बजने के साथ ही विभिन्न राजनैतिक दलों ने चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। मंगलवार को सपा के दो चुनाव प्रभारियों ने जिला कार्यालय पर महापौर के प्रत्याशी चयन पर मंथन किया। हालांकि आज किसी ने नई दावेदारी नहीं की, लेकिन सीट सामान्य होने के बाद भी पुराने सभी 36 दावेदार प्रभारियों की लिस्ट में शामिल हैं। इस बीच सामने आया कि शाने अली शानू ने दावेदारी तो नहीं की है, लेकिन उन्हें चुनाव लड़ाने के लिए कई नेताओं ने पैरवी की है। पार्टी द्वारा घोषित प्रभारी व स्वार सीट से निष्कासित किए गए अब्दुल्ला आजम आज नहीं आ सके।
सपा प्रभारियों ने किया मंथन
समाजवादी पार्टी में करीब 36 नेताओं ने दावेदारी की है जिसमें महिलाएं व पिछड़ा वर्ग के नेता भी शामिल हैं। पहले मेयर सीट महिला के लिए आरक्षित होने के कारण कई नेताओं ने अपनी पत्नी को दावेदार बनाया था। वहीं पिछड़े और दलित समाज के नेताओं ने भी दावेदारी की थी। सपा हाईकमान ने जिले के लिए पूर्व मंत्री मनोज पारस, विधायक रफीक अंसारी और विधायक रहे अब्दुल्ला आजम को प्रभारी मनोनीत किया है। मंगलवार को मनोज पारस और रफीक अंसारी ने नए सिरे से पार्टी प्रत्याशियों के नाम पर मंथन किया। मंगलवार को नया दावेदार नहीं आने पर पुरानी सूच को हाईकमान को सौंपने का फैसला लिया गया। इस बीच मनोज पारस ने बताया कि लोकतंत्र बचाने के लिए भाजपा को हराना है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में सपा की भाजपा को पराजित करने में सक्षम है। उन्होंने निकाय चुनाव को आने वाले लोकसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास बताते हुए कहा कि पार्टी पूरे दमखम से चुनाव में उतरेगी। इस दौरान शुएब पाशा, अथर अंसारी, सरताज अंसारी, कैसर कुद्दूसी, डॉ. इमरान अंसारी, अब्बास अंसारी, डॉ. आसिम, सलीम वारसी, हसीना जमाल, असलम पंचायती, यूसुफ खलीफा, तुंगीश यादव आदि रहे।