04 अप्रैल 23, मुरादाबाद। अपनी तंगहाली मिटाने के लिए तीन लाख रुपये की लूट का नाटक करने वाले तीन छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए घए आरोपियों ने लूट की रकम भी बरामद कर ली है। लूट की साजिश मेडिकल कारोबारी के कर्मचारी ने अपने साथियों के साथ रची थी और फूलप्रूफ प्लान के मुताबिक लूट को अंजाम दिया था। एसपी ग्रामीण डॉ. संदीप मीणा ने लूट की पर्दाफाश करने की जानकारी दी है।
बाइक गिराकर लूटे थे तीन लाख रुपये
याद रहे कि थाना बिलारी इलाके में मेडिकल कारोबारी प्रिंस मल्होत्रा के कर्मचारी के साथ तीन लाख रुपये की लूट हुई थी। घटनाक्रम के मुताबिक प्रिंस मल्होत्रा अपने कर्मचारी मुकेश निवासी चंदौसी के साथ तीन लाख रुपये लेकर निकला था। रास्ते में बाइक गिराकर दो युवकों ने तीन लाख रुपये लूट लिए थे। एसपी देहात डॉ. संदीप मीणा के मुताबिक मुकेश ने पहले ही अपने साथियों को लूट के लिए तैयार कर लिया था। मुकेश ने योजना में अरुण और देव कुमार को शामिल किया था। लूट की साजिश के तहत दोनो साथी मुकेश की बताई जगह पर खड़े हो गए थे। मुकेश अपने मालिक प्रिंस मल्होत्रा के साथ तीन लाख रुपये लेकर निकला था। योजना के मुताबिक विजयपुर मोड़ पर अरुण और देव कुमार ने बाइक को लात मार दी जिससे दोनों गिर पड़े और बाइक सवार दोनो युवक नोटों से भरा बैग उठाकर फरार हो गए थे।
ईंट भट्टे में छिपाये थे 2.60 लाख
एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया कि घटना की बाबत पूछताछ में मुकेश पर थोड़ा शक हुआ था जिससे उसकी निगरानी की गई और उसकी कॉल डिटेल भी चेक की गई। कॉल डिटेल से पता चला कि मुकेश ने एक नंबर डिलीट कर दिया है। उस कॉल का पता चला तो लूट की लाइन मिल गई। सभी साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ में मुकेश ने लूट की साजिश का खुलासा कर दिया। एसपी देहात के मुताबिक मुकेश ने बताया कि लूटे गए कैश में 60 हजार रुपये घर पर रखे हुए हैं और बाकी दो लाख चालीस हजार रुपये ईंट भट्टे की मिट्टी के नीचे बैग में छुपा दिए हैं। इंस्पेक्टर बिलारी अमित कुमार ने मुकेश को अपने साथ ले जाकर उसकी निशानदेही पर छुपाई गई दो लाख चालीस हजार रुपये की नकदी बरामद कर ली गई हैं। तीनो ही अच्छी फैमली के साथ पढ़ने वाले छात्र बताए जाते हैं। पुलिस ने बताया तीनो दोस्त हैं और तीनों की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। मेडिकल स्टोर पर दवा पहुचाने के साथ रुपयों का कलेक्शन भी इनके द्वारा किया जाता था। मुकेश के दिमाग में यह बात आई और तीनों ने मिलकर अपनी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए इस लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। इंस्पेक्टर सर्विलांस राजीव कुमार, इंस्पेक्टर क्राइम, थाना प्रभारी के साथ लूट के खुलासे में सब इंस्पेक्टर अमित कुमार, हेड कांस्टेबल सौरभ कुमार कांस्टेबल मोहित की भी अहम भूमिका रही है।