
सीए श्वेताभ तिवारी व हत्यारोपी ललित कौशिक।
31 मार्च 23, मुरादाबाद। महानगर के चर्चित सीए श्वेताभ तिवारी हत्याकांड का आखिरकार पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक संपत्ति हड़पने के लिए भाजपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित कौशिक द्वारा हत्या कराई गई थी। पुलिस ने दोनों शूटरों को गिरफ्तार करने के साथ हत्या में प्रयुक्त पिस्टल व बाइक को बरामद कर लिया है। गौरतलब है कि स्पोर्टस व्यापारी कुशांक गुप्ता की हत्या और सीए श्वेताभ तिवारी की हत्या किए जाने में बहुत समानता थी इसलिए कुशांक हत्याकांड का खुलासा होते ही सीए की हत्या का भी पर्दाफाश हो गया।

संपत्ति हड़पने के लिए कराई हत्या
एसएसपी हेमराज मीणा ने पुलिस लाइन में एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया के साथ पत्रकारों के सामने हत्या का खुलासा करते हुए दोनों शूटरों को प्रस्तुत किया। याद रहे कि 15 फरवरी की रात साढ़े नौ बजे दिल्ली मार्ग स्थित दफ्तर पर सीए श्वेताभ तिवारी की तड़ातड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड का खुलासा करने के लिए डीआईजी शलभ माथुर ने पांच टीमों का गठन किया गया था और सीओ सिविल लाइंस तफ्तीश की निगरानी कर रहे थे। कड़ी मशक्कत और कोशिाशों के बाद पुलिस ने भाजपा नेता ललित कौशिक को अपहरण के एक मामले में बीते दिनों गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को यहीं से शवेताभ और कुशांक हत्याकांड के खुलासे की लाइन मिली। एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि पाकबड़ा के गिदौंडा गांव निवासी केशव शरण शर्मा पुत्र जंक्शन शर्मा और कोतवाली के रेती स्ट्रीट निवासी विकास शर्मा उर्फ जग्गू पुत्र आनंद मोहन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के लिए कुशांक गुप्ता हत्याकांड की तरह ही ललित कौशिक ने खुशवंत उर्फ भीम को बाइक लेकर लगाया गया था।
सीए श्वेताभ के साले से बढ़ाई दोस्ती
एसएसपी हेमराज मीणा के मुताबिक हत्या के पीछे सीए श्वेताभ तिवारी की संपत्ति पर कब्जा करना था। इसके लिए योजना बनाकर श्वेताभ की पत्नी के भाई संदीप ओझा से संबंध बनाए गए। एसएसपी के मुताबित श्वेताभ ने अपनी कई कंपनियों में संदीप को निदेशक बना रखा था। भाजपा नेता ललित कौशिक ने योजना वनाई कि श्वेताभ की हत्या कर दी जाए तो संदीप संपत्ति का मालिक हो जाएगा और फिर संदीप से संपत्ति हड़प ली जाएगी। इसके लिए रेती स्ट्रीट के विकास शर्मा के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की। भीम बाइक लेकर आया और केशव ने तड़ातड़ फायरिंग की। उसने पिस्टल के साथ तमंचे से भी फायरिंग की और दोनों भाग निकले। एसएसपी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर केशव और विकास को रामगंगा विहार पुल के पास चैतिया फार्म के पास से गिरफ्तार किया गया है। कैशव पर हत्या ौर अपहरण समेत कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। गौरतलब है कि ललित कौशिक को पुलिस पहलेही गिरफ्तार कर चुकी है। विकास शर्मा और ललित के बीच दोस्ताना संबंध के साथ रिश्तेदारी भी है। खुलासा करने वाली टीम को पचास हजार रुपये का इनाम दिया गया है।