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धार्मिक चिन्हों का ’अपमान’ : मुरादाबाद के पंजाबी और क्षत्रिय समाज में बन रहा तनातनी का माहौल

'Insult' of religious symbols: An atmosphere of tension is being created in Moradabad's Punjabi and Kshatriya society

27 मार्च 23, मुरादाबाद। जिले में कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। पंजाबी समाज इस मुद्दे पर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए आंदोलनरत है तो सोमवार को क्षत्रिय समाज भी सड़कों पर उतरा और आरोपों को निराधार बताते हुए निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। इस मुद्दे को लेकर अब पंजाबी समाज और क्षत्रिय समाज में तनातनी का माहौल देखा जाने लगा है। क्षत्रिय समाज ने आरोपी के साथ मारपीट का आरोेप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करने की मांग भी उठाई है।

नगर विधायक रितेश गुप्ता से मिलते पंजाबी समाज के लोग।

पंजाबी समाज की नगर विधायक से मुलाकात

दरअसल मामला है थाना छजलैट क्षेत्र का। आरोप है कि रियल स्टेट कारोबारी नरेंद्र प्रताप सिंह निवासी प्रभात मार्केट के खिलाफ प्रभुजोत सिंह बग्गा निवासी जवाहर नगर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर्रा गई है। रिपोर्ट में आरोप है कि उनकी पगड़ी और दाढ़ी जैसे धार्मिक प्रतीक चिन्हों का अपमान किया गया। उन्हें कार से अपहरण करके लदावली के जंगल में मारपीट करने का भी आरोप है। पंजाबी समाज उत्तर प्रदेश ने राजीव गुंबर के नेतृत्व में 24 मार्च को एससएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करके आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। इस दौरान हरीश भसीन, विनोद गुंबर, वीरेंद्र अरोड़ा, ज्ञानेंद्र गांधी, ललित चौधरी, नरेंद्र सिक्का हैप्पी, भूपेंद्र सिंह बाली, गुरप्रीत सिंह दुआ, भूपेंद्र सिंह सोढ़ी, इंदरजीत सिंह, पोरस सचदेवा, राहुल गगनेजा, कमल ढींगरा, प्रदीप सेठी, विनोद सहगल, टोनी सहगल, राजकुमार बठला, हरीश शर्मा, अशोक गाबा, प्रिंस अरोड़ा, विकी अरोड़ा, करनदीप सिंह, रंजीत सिंह, महंत पंकज बाबू, मनीष गाबा, सुमित चावला, जगदीप सिंह, परविंदर सिंह प्रिंस, जसविंदर सिंह आदि शामिल रहे। सोमवार को फिर पंजाबी समाज ने नगर विधायक रितेश गुप्ता से मुलाकात करके आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की है।

कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते क्षत्रिय समाज के लोग।

कलेक्ट्रेट पर गरजा क्षत्रिय समाज

दूसरी तरफ सोमवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा तथा राजपूताना क्षत्रिय सभा ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। दोनों संगठनों ने ज्ञापन देकर कहा है कि नरेंद्र प्रताप सिंह पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। क्षत्रिय समाज सभी धर्मों का सम्मान करता है। उन्होंने इसे साझेदारी में लेनदेन का सामान्य विवाद बताया है और कहा है कि द्वेष भावना से धार्मिक प्रतीक का अपमान करने की रिपोर्ट लिखाई गई जिसका कोई साक्ष्य भी नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में पंजाबी समाज को भी भ्रमित किया गया है। आरोप है कि प्रभुजोत सिंह ने साथियों के साथ नरेंद्र सिंह के घर में घुसकर गाली-गलौच की और धमकी दी है। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग भी उठाई गई है। प्रदर्शान में महेंद्र सिंह, रंजीत सिंह, सौरभ ठाकुर, अरुण प्रताप सिंह, विक्की ठाकुर, मोहन सिंह आदि मौजूद रहे।

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