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दिल्ली फेयर स्प्रिंग-23 : शुरुआती दो दिन कारोबार रहा सुस्त, निर्यातकों को आने वाली दिनों से उम्मीद

Delhi Fair Spring-23: Business remained sluggish for the first two days, exporters expect from the coming days

17 मार्च 23, ग्रेटर नोएडा। भारतीय हस्तशिाल्प उपहार मेला दिल्ली फेयर के शुरुआती दो दिन कारोबारी तौर पर सुस्त दिखाई दे रहे हैं जिससे निर्यातकों में बेहतर कारोबार की उम्मीद दम तोड़ने लगी है। हालांकि अभी मेले में तीन कारोबारी दिन और हैं तथा प्रतिभाग कर रहे निर्यातक शनिवार-रविवार में विदेशी ग्राहकों की संख्या बढ़ने तथा बिजनेस के परवान चढ़ने की उम्मीद अभी लगाए हुए हैं। इस बीच आयोजकों ने कहा है कि विदेशी ग्राहक भारतीय उत्पादों में रुचि दिखा रहे हैं। दरअसल, फ्रैंकफुर्त फेयर में ग्राहकों की बड़ी तादाद में आमद से इस मेले के प्रति निर्यातकों में उत्साह और उम्मीद देखी जा रही है।

ईपीसीएच अध्यक्ष बोले-अच्छी संख्या है ग्राहकों की

इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में बुधवार को शुरु हुए भव्य दिल्ली फेयर स्प्रिंग-23 में देश के करीब तीन हजार से अधिक निर्यातक प्रतिभाग कर रहे हैं जिसमें उत्तर प्रदेश से करीब 12 सौ निर्यातक हैं। सर्वाधिक निर्यातक मुरादाबाद से करीब आठ सौ की संख्या में आए हैं। इसके साथ आगरा, सहारनपुर, बनारस, सम्भल, अलीगढ़, भदोही आदि से निर्यातकों ने भी उत्पादों का प्रदर्शन किया है। निर्यातकों के मुताबिक शुरुआाती दो दिनों में ग्राहकों की स्ख्या अपेक्षा से कम दिखाई दे रही है और ग्राहकों का रुख भी खरीददारी से अधिक बिजनेस कार्ड आदान-प्रदान तक दिखाई देता है।

निर्यातकों ने कहा कि कुछ ग्राहक गंभीर दिखाई दिए हैं और उन्होंने उत्पाद सलेक्श्न भी किया है। हालांकि घरेलू ग्राहक जरूर मेले में स्टाल दर स्टाल उत्पादों को पसंद करते देखे गए हैं। इसके विपरीत इपीसीएच अध्यक्ष राज कुमार मल्होत्रा ने कहा है कि पहले दो दिनों के दौरान अच्छी संख्या में खरीदारों ने मेले का दौरा किया और सोर्सिंग के लिए उपलब्ध विविधता की सराहना की। उन्होंने प्रदर्शनी हॉल में प्रस्तुतियों को पसंद किया है और मेले को ‘अधिक जीवंत’ कहते हैं। कई ग्राहकों ने मेले में अपने नियमित और नए आपूर्तिकतार्ओं के साथ आर्डर देने में रुचि दिखाई है और कुछ अच्छी मात्रा देख रहे हैं।

अक्टूबर में फर्नीचर का अलग शो : राकेश

ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि आईएचजीएफ दिल्ली मेले की लोकप्रियता हर संस्करण के साथ भारतीय प्रदर्शकों और विदेशी खरीदारों के बीच बढ़ रही है। फर्नीचर एक ऐसा सेगमेंट है जिसमें दायरा बढ़ रहा है क्योंकि विदेशों में अधिक से अधिक बाजार भारत से होम और लाइफस्टाइल उत्पादों की सोर्सिंग का विस्तार करना चाह रहे हैं। आईएचजीएफ दिल्ली फेयर में अक्टूबर में फर्नीचर फेयर भी लगाया जाएगा। उन्होंने उदाहरण दिया कि हमेशा परिवर्तन का शुरू में विरोध किया जाता है, लेकिन जो लोग विरोध करते हैं, वे अक्सर परिवर्तन लाने वाले प्रगतिशील परिवर्तन के सबसे बड़े लाभार्थी होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में फर्नीचर व्यापार के लिए निश्चित और स्पष्ट क्षमता है और बड़ा व्यापार मंच विकास को गति देगा। उन्होंने कहा कि फर्नीचर एक बड़ी श्रेणी है और इसका इरादा बड़े फर्नीचर खरीदारों को आकर्षित करना है। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष फर्नीचर का वैश्विक बाजार मूल्य 580 बिलियन अमेरिकी डॉलर अनुमानित है। उन्होंने बताया कि फर्नीचर कारोबार के 2027 तक लगभग 660 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुमानित मूल्य तक पहुंचने के लिए हर साल बढ़ने की उम्मीद है। अभी वैश्विक फर्नीचर व्यापार में देश की हिस्सेदारी एक फीसद से कम है।

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