
13 मार्च 23, ग्रेटर नोएडा। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) का 55 वां भारतीय हस्तशिाल्प उपहार मेला दिल्ली फेयर 15 से इंडिया एक्सपो सेंटर एंड माट में श्ुरू हो रहा है। वैश्विक मंदी के दौर में देश के हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए उपहार मेला कारोबारी उम्मीद का मेला है। जानकार मानते हैं कि इस मेले में ग्राहकों का रुख वर्ष 2024 का कारोबारी रुख तय करेगा। देश के करीब ढाई हजार निर्यातक मेले में प्रतिभाग कर रहे हैं जिसमें सर्वाधिक करीब आठ सौ निर्यातक मुरादाबाद के हैं।
ज्यादा दिव्य व भव्य होगा आयोजन : मल्होत्रा
मेले की तैयारी के बीच सोमवार को ईपीसीएच ने पत्रकारों से मुलाकात की। इस मौके पर अध्यक्ष राजकुमार मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली मेला कहीं ज्यादा दिव्य और भव्य रूप में पेश होने को तैयार है। शो सोलह विशाल हॉल में होम, फैशन, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल और फर्नीचर के चौदह उत्पाद कैटेगिरी का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें हाउस वेयर, होम फर्निशिंग, फर्नीचर, उपहार और सजावट, लैंप और लाइटिंग, क्रिसमस और उत्सव की सजावट, फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज, स्पा और वेलनेस, कालीन, बाथरूम एक्सेसरीज, गार्डन एक्सेसरीज, एजुकेशनल टॉयज और गेम्स, हस्तनिर्मित कागज उत्पाद, स्टेशनरी और लेदर के बैग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों, विश्वकर्मा को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से एक अच्छी पहल है।
प्लस वन नीति का लाभ उठाएं निर्यातक
ईपीसीएच के महानिदेशक व आईईएमएल के चेयरमैन राकेश कुमार ने 1994 से आईएचजीएफ मेले की यात्रा और पिछले 30 वर्षों में आए बदलावों के बारे में बात की। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले वर्षों में हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हमारे निर्यातकों को महामारी के बाद विभिन्न देशों द्वारा अपनाई जा रही चीन की प्लस वन नीति का लाभ उठाना चाहिए। एक राष्ट्र के रूप में भारत को वह प्लस वन देश बनने की कोशिश करनी चाहिए और हमें जेआईटी (जस्ट इन टाइम) में निर्यात पर ध्यान देना चाहिए और विदेशी बाजारों में पूर्ति केंद्रों की ओर देखना चाहिए। आईएचजीएफ दिल्ली मेले में उत्पाद की पेशकश में सस्टेनेबिल्टी पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है। आईएचजीएफ स्वागत समिति के अध्यक्ष अवधेश अग्रवाल ने बताया कि देश से तीन हजार से अधिक प्रदर्शक आएंगे। हस्तकला समूहों, उत्पादन केंद्रों और शिल्पी ग्रामों को मजबूत प्रतिनिधित्व मिलेगा। सामूहिक रूप से वह दो हजार से अधिक नए उत्पाद और तीन सौ से अधिक डिजाइन प्रस्तुत करने वाले हैं। इस आयोजन में हॉल में स्थापित स्टाल के साथ नौ सौ स्थायी शोरूम में भी प्रदर्शन किया जाएगा। बायर लाउंज और रिफ्रेशमेंट जोन के अलावा थीम पवेलियन, ट्रेंड एरिया, क्राफ्ट डिमॉन्स्ट्रेशन,फैशन शो, पैनल डिस्कशन, नॉलेज सेमिनार जैसे अतिरिक्त आकर्षण शो होंगे। दिल्ली मेला सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत की क्षमता और शक्ति को होम, जीवन शैली, फैशन, टेक्सटाइल और फर्नीचर बाजारों को वैश्विक स्तर पर पेश करने का प्रयास करता है।

अनेक बड़े बायर्स ने कराया पंजीकरण
कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने कहा कि मेले में थोक व्यापारी, वितरक, चेन स्टोर, डिपार्टमेंटल स्टोर, खुदरा विक्रेता, मेल-आॅर्डर कंपनियां, ब्रांड मालिक, घर खरीदने वाले और डिजाइनर और ट्रेंड फोरकास्टर्स के लोग भ्रमम करेंगे। इनमें यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, नॉर्वे, ग्रीस, इटली, स्वीडन, तुर्की, नीदरलैंड, बेल्जियम, पोलैंड, स्लोवेनिया, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील, जापान, लिथुआनिया, अर्जेंटीना,आॅस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, कतर, रूसी संघ, सऊदी अरब, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, पनामा, पेरू, मोरक्को, जॉर्जिया, चिली, कोलंबिया, उरुग्वे, इजराइल, ताइवान, हांगकांग, मिस्र, जॉर्डन, फिलीपींस, कुवैत, लेबनान, मलेशिया, अल्जीरिया, घाना, इस्लामिक रिपब्लिक आॅफ ईरान, मॉरीशस, नाइजीरिया, ओमान, वियतनाम सहित 110 से अधिक देशों के विदेशी खरीदार और कई अन्य लोगों ने मेले में आने के लिए पहले से ही पंजीकरण कराया है। अर्जेंटीना के अल्फा टैंगो होम डेकोर; आॅस्ट्रेलिया के जेमार्क इम्पोर्ट्स, ग्लोबल रिटेल ब्रांड्स; बेल्जियम के जोलीपा बीवी, पोमैक्स; कनाडा के एबॉट, फोरपोस्ट ट्रेड इंक, चिक एंटीक, डेनमार्क; जर्मनी की केएजजी जीएमबीएच एंड कंपनी, केजी, बर्क जीएमबीएच एंड कंपनी केजी; जापान की पॉश लिविंग कंपनी लिमिटेड, सुगिता एस कंपनी, लिमिटेड, मेक्सिको के ग्रुपो सेरिग्रैफिको एसए डी सीवी, नीदरलैंड्स की हैको वोनन एन स्लैपन, स्पेन के स्कलम; यूके की चेयर्स लिमिटेड, टीए कोच हाउस, बार्कर एंड स्टोनहाउस, यूएई की बीएमए इंटरनेशनल ग्रुप, सेंसेशन ट्रेडिंग एलएलसी, ट्रेजर पैलेस एलएलसी, यूएसए के बेंजारा इंक, हॉटे आर्टे, लोलोई इंक, नाडेउ, इंडिया कनेक्शन, वन हंड्रेड एट्टी डिग्रीस, बाली डिजाइन इंक, द इंपोर्ट कलेक्शन, टीजीएक्स कॉर्प और जॉयफुलमूस आदि ने स्वीकृति दे दी है।