13 मार्च 23, मुरादाबाद। समाजवादी पार्टी के गठन के दौरान से सपा का झंडा उठाए वरिष्ठ नेता जावेद अंसारी को पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी नेतृत्व पर अनर्गल टिप्पणी करने पर पार्टी से निष्कासित कर दिया है। महानगर समाजवादी के निर्वतमान अध्यक्ष की संस्तुति पर निष्कासन करते हुए पार्टी हाईकमान को निर्णय से अवगत कराया गया है। गौरतलब है कि जावेद अंसारी की पत्नी नसरीन जावेद ने सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के राखी बांधती थी और मुंहबोली बहन हैं। जावेद अंसारी के परिवार के मुलायम सिंह से परिवारिक रिश्ते रहे हैं।
पार्टी हाईकमान को दी थी चेतावनी
दरअसल, जावेद अंसारी ने बीते दिन एक वीडियो जारी करके महापौर का टिकट मांगा था। आरोप है कि टिकट मांगने के साथ उन्होंने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी थी। उन्होंने कहा था कि करीब तीस वर्ष से पार्टी की सेवा करता रहा हूं, कई मर्तबा टिकट मांगा था, लेकिन अभी तक टिकट नहीं मिला है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि टिकट नहीं मिला तो वह मंडल से सपा का सफाया करा देंगे। इसी मुद्दे पर सपा महानगर कमेटी ने जावेद अंसारी पर कार्रवाई की है। निर्वतमान प्रवक्ता तुंगीश यादव ने निर्वतमान महासचिव कुलदीप तुरैहा के हवाले से कहा है कि महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू की संस्तुति पर निष्कासन की कार्रवाई की गई है।
तीस साल मेहनत करके भी कुछ नहीं मिला
दूसरी तरफ जावेद अंसारी ने कहा है कि वह तीस वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। प्रदेश ही नहीं वह पार्टी के निर्देश पर मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि सूबों में भी गए हैं। उन्हें मुलायम सिंह यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। उनकी पत्नी करीब दस-बारह मर्तबा मुलायम सिंह यादव को राखी बांध चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी अमीरों और पूंजीपतियों के कब्जे में जा रही है। कार्यकर्ता की कोई अहमियत और सम्मान अब पार्टी में नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि महानगर कमेटी का फैसला निराशाजनक है। उन्होंने निष्कासन के फैसले से नाराज होकर पार्टी हाईकमान को अपना त्यागपत्र भेज दिया है।