21 फरवरी 23, मुरादाबाद। रंगों का उल्लास से भरपूर पर्व होलिका दहन और रातभर इबादत करके रब से अपने गुनाहों की माफी मांगने का दिन शब-ए-बरात साथ-साथ है। मंगलवार को चांद का दीदार होने का एलान नायब शहर इमाम मुफ्ती सैयद फहाद ने कर दिया है। इसी तरह होलिका दहन को लेकर चल रही असमंजस को धर्म के विद्वानों से खत्म करते हुए कहा है कि होलिका दहन के शुभ मुहूर्त का समय निर्धारित कर दिया है। एक बार फिर सदभाव की मिसाल कायम करने का मौका शहरवासियों के सामने आया है।
ढाई घंटे रहेगा दहन का शुभ समय
मानव कल्याण मिशन के संस्थापक स्वामी अनिल भंवर ने बताया कि होली सात और आठ मार्च को मनाई जाएगी। होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा को किया जाता है। राजधानी पंचांग के अनुसार पूर्णिमा छह मार्च को शाम 4.17 बजे आ रही है जो सात मार्च को शाम 6.10 बजे तक रहेगी।छह मार्च को पूर्णिमा के साथ ही भद्रा आ रही है जो सात मार्च को सुबह 5.15 बजे तक रहेगी। होलिका दहन प्रदोषकाल में किया जाएगा, इसलिए होलिका दहन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा। होलिका दहन का मुहूर्त सात मार्च को शाम 6.24 बजे से रात 8.51 बजे तक रहेगा। चैत्र कृष्ण प्रतिपदा आठ मार्च को शाम 7.45 बजे तक रहेगी इस लिए रंगों त्योहार आठ मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन के बाद शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। दो दिन का यह त्योहार जितना महत्वपूर्ण है, इसे मनाने का समय भी उतना ही महत्वपूर्ण है। भद्रा काल में होलिका दहन नहीं किया जाता। भद्रा काल में होलिका दहन करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।