17 फरवरी 23, मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की कवायद में लगे शासन-प्रशासन ने अब जेल बंदियों को भी हुनर देने का सिलसिला शुरू कर दिया है। जेल में बंदी अब अपराध के तरीके नहीं बल्कि संवैधानिक तरीके से धनोपर्जन के तरीके सीख रहे हैं। मुरादाबाद में चार सौ बंदियों को प्रदेश के स्किल डेवलपमेंट मिशन द्वारा योग्यता के अनुसार प्रशिक्षण दिया जा चुका है। डीएम शैलेंद्र सिंह का कहना है कि ट्रेनिंग के बाद बंदी जेल से रिहा होकर आसानी से अपने परिवार का पोषण कर सकेगा और अपराध की दुनिया से दूर हो जाएगा।
डीएम ने मांगी आंकलन रिपोर्ट
मुरादाबाद समेत यूपी की सभी जिलों के बंदियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। शासन की मंशा है कि वह जेल से छूटें तो आजीविका चलाने के लिए उनके पास नया टैलेंट हो और एक प्रमाण पत्र भी। डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि ट्रेनिंग स्किल डेवलपमेंट मिशन उत्तर प्रदेश की ओर से दी जाएगी। इसमें पहले बंदियों योग्यता और रुचि देख कर लिस्टिंग होगी और फिर ट्रेनिंग शुरू की जाएगी। जिला कारागार में चार सौ बंदियों को ट्रेंड किया जा चुका है। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी बंदियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी जिसके लिए उनकी रुचि व योग्यता का आंकलन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने अफसरों से जल्द आंकलन करके लिस्ट तैयार करने को कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जेल से छूटकर आने पर ऐसा हुनर होगा जिससे वह जीविका चला सकेंगे और प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि अपराधियों को मुख्य धारा में लाने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।