16 फरवरी 23, मुरादाबाद। नगर के सीए श्वेताभ तिवारी की बुधवार रात दिल्ली रोड पर आफिस के पास हत्या से गुरुवार को भी गम का माहौल रहा। पेशेवराना अंदाज में ताबड़तोड़ गोलियां चलाने वाले शूटरों के नकाब लगाए होने से पुलिस की चुनौती बढ़ गई है। पुलिस की जांच विभिन्न दिशाओं में चल रही है, लेकिन सबसे पहले पुलिस रियल स्टेट बिजनेस विवाद और प्रतिस्पर्धा को प्रमुख मानकर जांच कर रही है। इसके लिए पुलिस ने सीए के पार्टनरों से पूछताछ की है।
शरीर में मिली एक बुलेट, पांच हुईं पार
रामगंगा विहार कालोनी के रहने वाले श्वेताभ तिवारी की श्वेताभ एंड एसोसिएट के नाम से फर्म है और आफिस दिल्ली मार्ग स्थित बंसल कांप्लेक्स में है। स्टाफ के सात बजे के आसपास जाने के बाद वह पार्टनर अखिल अग्रवाल के साथ रह गए थे। पुलिस के मुताबिक रात में नौ बजे के आसपास दोनों कांप्लेक्स के नीचे कार में बैठे थे। इसी बीच मोबाइल पर कोई काल आने पर वह कार से उतर गए और एटीएम के पास उन्हें गोलियां मारी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर में छह गोलियां मारी गई हैं। एक गोली तिवारी के दाय हाथ के कंधे पर, एक सिर में, एक गोली गले में, एक गोली सीने में, एक गोली पेट में और एक गोली सीधे हाथ में लगी है। पोस्टमार्टम के दौरान केवल एक गोली शरीर में मिली हैं बाकी पांच गोलियां शरीर चीरती हुई पार निकल गई थी। कत्ल करने के लिए गोलीबारी और फिर भागने के तरीके से साफ है कि हत्यारे पेशेवर हैं और किसी ने भाड़े के शूटरों से हत्या कराई है।
एनसीआर और उत्तराखंड में प्रोपर्टी
रामगंगा विहार की साई एन्कलेव निवासी सीए तिवारी के परिवार में पत्नी शालिनी और जुड़वां बेटे कार्तिक व सार्थक हैं। इनके भाई अमिताभ तिवारी एलआइसी से सेवानिवृत्त हैं। श्वेताभ एंड एसोसिएट महानगर की चुनिंदा फर्म में एक है। नामी निर्यातकों और उद्योगपतियों का काम इसी फर्म के पास है। इन्होंने रियल स्टेट का धंधा भी है और पुलिस जांच में सामने आया है कि उत्तराखंड और दिल्ली के आसपास भी प्रोपर्टी है। फर्म में श्वेताभ व अखिल अग्रवाल के अलावा आलोक रस्तोगी भी पार्टनर हैं। श्वेताभ की मेहनत और साफ-सुथरी छवि से सभी प्रभावित थे। उनके आफिस में करीब सौ लोगों का स्टाफ है। पुलिस हत्या को लेकर बेहद गंभीर है। आधी रात को एडीजी बरेली ने मौका मुआयना करके पुलिस को जरूरी हिदायतें दी हैं। एसपी सिटी ेअखिलेश भदौरिया के नेतृत्व में जांच पुलिस टीमें पड़ताल में जुटी हई हैं। एएसपी सागर जैन ने बताया जिले की एसओजी, सर्विलांस टीम के साथ कई थानों की पुलिस व तेजतर्रार अफसर केस के खुलासे में जुटे हुए हैं।
आंसुओं के सैलाब में अंतिम विदाई
गुरुवार दोपहर में पोस्टमार्टम होने पर शव घर आया तो परिजन और रिश्तेदारों की चीखें निकल गईं। नगर के प्रमुख नेता, व्यापारी, उद्योगपति, निर्यातक व समाजसेवी सांत्वना देने के लिए जुटे रहे। महिलाएं पत्नी को और रिश्तेदार बेटों को ढांढस बंधाते देखे गए। इस मौके पर नगर विधायक रितेश गुप्ता, पूर्व महापौर विनोद अग्रवाल, समाजसेवी-शिक्षाविद डॉ.अरविंद गोयल आदि शामिल रहे। आवास के आसपास भी पुलिस बल तैनात रहा।