10 फरवरी 23, मुरादाबाद। बजरंग दल ने 14 फरवरी को सार्वजनिक क्षेत्र में वेलेंटाइन डे मनाने से रोकने के लिए मुहल्लेवार कमेटी का गठन किया है। बजरंग दल ने वेलेंटाइन डे को भारतीय मूल्यों का अपमान बताते हुए गुरुवार को एसएसपी से मुलाकात करके पार्क. रेस्टोरेंट और गर्ल्स कालेज के आसपास एंटी रोमिया स्कवायड दस्ते तैनात करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बजरंग दल की टीमें भी सार्वजनिक स्थलों पर अश्लीलता फैलाने वालों से निपटने को तैयार हैं।
पुलवामा के शहीदों को दीजिये श्रद्धांजलि
बजरंग दल के महानगर सुरक्षा प्रमुख अश्वनी सूद ने बताया कि 14 फरवरी को विदेशी परंपरा वेलेंटाइन डे मानने के नाम पर पार्क आदि में भारतीय मूल्यों और परंपराओं का अपमान करने तथा अपने माता पिता को शर्मिंदा करने वालों के साथ सड़कों पर अश्लीलता व लव जिहाद को बजरंग दल बर्दाशत नही करेगा। उन्होंने प्रमुख पार्क, चौराहे, रेस्टोरेंट, पब, गर्ल्स कॉलेज के पास एंटी रोमियो की टीम तैनात करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रेमी दिवस की जगह युवाओं को 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले मे शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देनी चाहिये। महानगर सह सुरक्षा प्रमुख रजत ठाकुर ने कहा की वेलेंटाइन डे पर अश्लीलता फैलाने वाले के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 10 से 15 फरवरी तक बजरंग दल ने महानगर को 17 भागों में बांटकर 17 टीमें तौैनात की हैं। टीमों क नेतृत्व प्रांत सह संयोजक गौरव भटनागर करेंगे।
काऊ हक डे मनाएं 14 फरवरी को
प्रत्येक टीम का एक-एक प्रभारी बनाया गया। उन्होंने कहा कि पीतल नगरी टीम के प्रभारी महानगर संयोजक अभिनव, कटघर में रोहित वाल्मिकी, गोविन्द नगर में अमर आर्य, किसरोल में शक्ति सोती, बंगला गांव में अक्षत महरोत्रा, टाऊनहाल पर सौरभ प्रेमी, दीनदयाल नगर में दिनेश प्रजापति, रामंगगा विहार में राहुल आहूजा, हिमगिरी में सुधांशु मौर्य, चन्दन नगर में प्रकाश आहूजा, काशीराम नगर में शुभम देशभक्त, बुद्धि विहार में प्रमोद, प्रकाश नगर में नवनीत शर्मा, केजीके में कपिल पाल, नया मुरादाबाद में राजीव ठाकुर, लोधीपुर में नितिश कुमार, रतनपुर में राहुल ठाकुर को प्रभारी बनाया गया है। दूसरी तरफ एनीमल वेलफेयर बोर्ड आफ इंडिया ने अपील की है कि वेलेंटाइन डे पर काऊ हग डे मनाया जाए। बोर्ड का कहना है कि गोमाता और कामधेनु पुकारी जाने वाली गाय भारतीय संस्कृति और गांवों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। गाय पशुेधन और जैव विविधता का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कहा है कि पश्चिमी संस्कृति के बढ़ने से हमारी वैदिक परंपराएं विलुप्त हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गाय के अपार लाभ को देखते हुए गाय को गले लगाने से भावनात्मक समृद्धि आएगी।