21 जनवरी 23, मुरादाबाद। शहर की बड़ी आबादी को जोड़ने वाले कपूर कंपनी पुल को बंद करने के बाद अब प्रशासन ने करूला जाने वाले डबल फाटक पुल को यातायात के लिए बंद करने का एलान कर दिया है। पुल को मरम्मत के लिए करीब सवा दो महीने के लिए बंद किया जा रहा है। इस दौरान वाहनों का आवागमन कोहिनूर तिराहे से हनुमान मूर्ति तिराहे पर होकर होगा। पुल पर केवल पैदल ही आना-जाना हो सकेगा। याद रहे कि शहर और सम्भल मार्ग की बड़ी आबादी को यह जोड़ता है और हजारों लोग रोजाना इस पुल से होकर गुजरते हैं। जाहिर है कि इस दौरान करूला क्षेत्र के लाखों बाशिंदों को परेशानी का सामना करना होगा जिसमें स्कूल-कालेज जाने वाले बच्चों को सर्वाधिक परेशानी होनी है और उन्हें इम्तेहान भी लंबे रास्ते से होकर देने की मजबूरी रहेगी।
रविवार से पैदल हो सकेगा आवागमन
शनिवार को अपर जिलाधिकारी नगर आलोक वर्मा ने बताया कि शहर को करूला की घनी आबादी से जोड़ने वाला पुल मरम्मत के लिए बंद किया जा रहा है। डबल फाटक पुल मरम्मत के लिए 22 जनवरी से छह अप्रैल तक बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान सम्भल मार्ग की तरफ जाने वाले और आने वाले वाहनों को कोहिनूर तिराहे से हनुमान मूर्ति तिराहा बाईपास से चलाया जाएगा। उन्होंने अपील की है कि सभी अन्य रास्तों से होकर गुजरे ताकि मरम्मत के कार्य में जुटे कर्मचारियों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े । उन्होंने कहा कि मरम्मत के बाद पुल को आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने कार्य में जुटे सभी विभागों के कर्मचारियों को जल्द से जल्द काम पूरा किए जाने के निर्देश दिए हैं।
बीमार-छात्र और मजदूर होंगे परेशान
करूला के बाशिंदे पुल पर यातायात बंद होने से बेहद परेशान हैं। क्षेत्रवासी कासिम अंसारी का कहना है कि पुल बंद होने से बीमार और स्कूल-कालेज जाने वाले बच्चों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वह कहते हैं कि बच्चों को स्कूल-कालेज तक छोड़ने और लाने के लिए अभिभावकों को जिम्मेदारी निभानी होगी जिससे वह काम-धंधा नहीं कर सकेंगे। करूला के भाजपा कार्यकर्ता अकरम वारसी का कहना है कि बीमारों के लिए पुल बंद होना मुसीबत से कम नहीं है। गरीब आदमी के इलाज से ज्यादा पैसे तो रिक्शा और आटो में खर्च हो जाएंगे और उपचार मिलने में देरी भी होगी। गंभीर मरीजों और हार्ट अटैक जैसे मरीजों के लिए खतरा बढ़ गया है। सपा के वरिष्ठ नेता हाजी सरताज अंसारी ने कहा है कि पु बंद होने से कारोबार को बहुत नुकसान होगा। लाखों कारीगर रोजाना मजदूरी करने के लिए शहर से करूला और करूला से शहर की तरफ आते हैं। माल ढुलाई महंगी होने से उत्पाद मूल्य बढ़ेगा जिससे निर्यात पर भी असर पड़ेगा। वह कहते हैं कि पुल मरम्मत जरूरी है इसके लिए सरकार को वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था और यातायात सुचारू रखने पर पूरा ध्याान देना चाहिए।