
डा. नीरज विनोद खन्ना।
19 सितंबर 24, मुरादाबाद। हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद (ईपीसीएच) का भारतीय हस्तशिाल्प उपहार मेला आटम-2024 (दिल्ली फेयर) इस मर्तबा नए कलेवर और नए तेवर में दिखाई देगा। आयोजकों ने दुनिया के सबसे खूबसरत माने जाने वाले पेरिस के मेले से मुकाबले की तैयारी है। इसके लिए परंपरातगत तौर-तरीकों से आगे बढ़कर ईपीसीएच ने आधुनिकता का साथ लिया है। मेले में व्यवस्थाएं भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बनाई जा रही हैं।
सर्विस को किया जाएगा बेहतर
ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डा. नीरज विनोद खन्ना ने न्यूज रनवे ने खास गुफ्तगू करते हुए बताया कि मेला को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है इसलिए ईपीसीएच ने कलर थीम, फोंड स्टाइल, डेकोरेशन में खासा बदलाव किया है। उन्होंने बताया कि पेरिस में लगने वाला उपहार मेला दुनिया का सबसे खूबसूरत मेला माना जाता है और ईपीसीएच ने पेरिस की तर्ज पर मेले में व्यवस्थाएं व सजावट करने का फैसला लिया है। इस पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि मेले की व्यवस्थाओं के साथ सर्विस में और सुधार किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि अधिक से अधिक संख्या में विदेशी खरीददार आएं। ग्राहकों को मेले में नयापन महसूस होगा जिससे उनका जुड़ाव बढ़ेगा। उन्होंने उम्मीद जतार्ई है कि वर्ष 2025 में कारोबार बेहतर होगा।
हाल आफ एक्सीलेंस होगा 16
डा. नीरज खन्ना ने बताया कि इस मर्तबा हाल संख्या 16 में भी सुधार किया गया है। ग्राहकों की दिक्कतों को दूर करने के लिए हाल 16 को सीधे तौर पर बायर रजिस्ट्रेशन काउंटर से जोड़ा गया है। इस मेले में हाल संख्या 16 सबसे अच्छा होने वाला है। इसलिए नए निर्यातकों को भी हाल 16 में स्टाल आवंटित किए गए हैं। इसलिए इस हाल को इस मर्तबा हाल आाफ एक्सीलेंस का नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की तरप करीब तीन हजार स्टाल और नौ सौै मार्ट में भारतीय हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ईपीसीएच निर्यातकों की समस्याओं के समाधान और सहयोग के लिए हर समय तैयार है।