05 जनवरी 24, मुरादाबाद। जंगलों के नजदीक बसे गांवों में तेंदुए की दहशत कायम रहती है। अक्सर खेतों में नजर आने के साथ ग्रामीणों और पालतू पशुओं पर हमला करने वाले तेंदुए से बचने के लिए ग्रामीण शाम घिरते ही घरों में कैद हो जाते हैं। जिले की नगर पंचायत ढकिया में तेंदुए की लाश मिलने से और दहशत फैल गई है। ग्रामीणों ने सुरक्षा के लिए लाठी-डंडे लेकर घरों से निकले के साथ वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।
क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग
शुक्रवार सुबह नगर पंचायत ढकिया में तेंदुए का शव देखा गया। नगर निवासी विक्की अपने खेत पर गया था तभी बराबर में मृत अवस्था में तेंदुआ देखा तो उसकी चीख निकल गई। उसने शोर मचाकर ग्रामीणों को एकत्र किया। ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर एकत्र हो गए और वन विभाग को सूचित किया गया। ग्रामीणों का डर है कि तेंदुए का परिवार आसपास ही हो सकता है। डिलारी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस और वन विभाग ने लाश् को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वन विभाग के अधिकारी पीयूष जोशी ने बताया कि तेंदुए के शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान है इसलिए माना जाता है कि किसी बीमारी के कारण तेंदुए की मौत हुई है। ग्रामीणों में तेंदुए की लाश मिलने से दहशत फैल गई है। ग्रामीण खेतों पर काम करने के लिए हाथों में लाठी-डंडे व लाइसेंस हथियार लेकर जा रहे हैं। ग्रामीण कहना है कि आबादी के पास तेंदुआ घूमता देखा जा चुका है। वर्षों से यहां तेंदुओं का भ्रमण देखा जाता रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुए कई सौ पालतू जानवरों को खा चुके हैं और ग्रामीणों पर हमला करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों ने तेंदुए का झुंड होने की आशंका जताते हुए वन अधिकारियों से पिंजरा लगाने की मांग की है।