11 अक्टूबर 23, नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपनी टीम के साथ निर्यात संवर्द्धन परिषदों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करके निर्यात बढ़ाने पर गहन मंथन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा यूएई के सथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर सरकार की कोशिशें तेजी से जारी हैं। इस दौरान निर्यातकों ने विभिन्न उत्पादों आगामी रणनीति पर अपने विचार साझा किए।
कस्टम ड्यूटी में राहत की मांग
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ कपड़ा मंत्रालय की सचिव रचना शाह, सचिव डीपीआईआईटी राजेश कुमार सिंह, सचिव उपभोक्ता मामल रोहित कुमार सिंह, डीजीएफटी संतोष सारंगी व वरिष्ठ अधिकारी साथ रहे। निर्यात परिषदों की तरफ से आईईएमएल अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार, ईपीसीएच के पूर्व अध्यक्ष राज कुमार मल्होत्रा, राजेश रावत, नीरज खन्ना आदि शामिल रहे। उन्होंने बताया कि मंदी में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं। इस मौके पर विद्युत फिटिंग जैसी आवश्यक अलंकरण, ट्रिमिंग, उपकरण और कंज्यूमेबल्स के प्रावधान में शुल्क मुक्त आयात में शामिल करने की मांग की। हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना, ईसीजीसी द्वारा प्री शिपमेंट कवरेज, भारत में विदेशी पर्यटकों को की गई बिक्री को निर्यात लाभ के रूप में माना जाना, समुद्री माल ढुलाई पर जीएसटी हटाना, परिवहन और विपणन सहायता योजना के तहत आवंटन और अन्य मुद्दों को रखा गया है। मंत्री पीयूष गोलय ने उठाए गए मुद्दों को धैर्यपूर्वक सुना और मामले में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान उन्होंने ई-स्टेटस धारक प्रमाणपत्रों को स्वचालित रूप से जारी करने का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सरकार रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, यूएई के साथ द्विपक्षीय व्यापार, सस्टेनेबिलिटी, विभिन्न क्षेत्रों पर क्यूसीओ आदि पर कार्य कर रही है। उन्होंने प्रदर्शनी उद्योग में सक्रिय भूमिका के लिए आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार की सराहना की। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने बताया कि अगले साल की शुरूआत में आयोजित होने वाले मेगा टेक्सटाइल शो की तैयारी की भी समीक्षा की गई।