05 सितंबर 23, मुरादाबाद। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर इस वर्ष दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दुर्लभ संयोेग के कारण छह सिंतबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। गौरतलब हैकि श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। पंचांग के मुताबिक भी अष्टमी तिथि छह सिंतबर को है। मानव कल्याण मिशन के संस्थापक स्वामी अनिल भंवर का कहना है कि छह सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाना श्रेष्छ रहेगा।
जानिये राजधानी पंचांग की स्थिति
मानव कल्याण मिशन के संस्थापक स्वामी अनिल भंवर ने बताया कि योगेश्वर भगवन श्री कृष्ण भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मध्य रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में मथुरा के कारागृह में माता देवकी के गर्भ से अवतरित हुए। यह दुर्लभ योग कभी कभी मिलता है। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से इस बार यह योग छह सितंबर को मिल रहा है। राजधानी पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि छह सितंबर बुधवार को दोपहर 3 बजकर 57 मिनट से लग रही है और सात सितंबर गुरुवार को शाम 4 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र छह सितंबर बुधवार को सुबह 9 बजकर 19 मिनट से शुरू हो रहा है और अगले दिन 7 सितंबर गुरुवार को सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा। यानि अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का योग छह सितंबर बुधवार की मध्यरात्रि में बन रहा है। इस लिए गृहस्थ लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी छह सितंबर बुधवार को मनाएंगे।