
सलामी लेते नवांगत डीएम मानवेंद्र सिंह।
04 सितंबर 23, मुरादाबाद। नवागत जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने सोमवार को चार्ज संभाल लिया है। उन्होंने जन समस्याओं को सुना और अफसरों के साथ मीचिंग भी की है। गौरतलब है कि शासन ने डीएम रहे शैलेंद्र कुमार सिंह का तबादला इसी पद पर मथुरा किया है वह करीब 27 महीने यहां रहे और कुशालता से कार्य को अंजाम दिया। नोएडा विकास प्राधिकरण में सीईओ से डीएम बनकर आए मानवेंद्र सिंह कुशल प्रशासक माने जाते हैं और अनेक पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
जनसमस्याओं का करें तेजी से निस्तारण
नवागत जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह 2010 बैच के आईएएस हैं। वह बरेली, ललितपुर तथा फरुर्खाबाद के डीएम भी रह चुके हैं। मूल रूप से वह जालौन के विधूना ग्राम तिलकपुर कैथावा निवासी सियासी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता गजेंद्र सिंह बिधूना क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके हैं तथा परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। मानवेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश प्रमोटी आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ललितपुर में ओडी नदी को पुनर्जीवित करने और जल श्रोतों के पुनरुद्धार करने के लिए केंद्रीय जल संसाधन मंत्री द्वारा उन्हें राष्ट्रीय जल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें एशिया का नोबेल कहा जाने वाला रैमेन मैग्सेसे पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा नवागत डीएम को कविताएं लिखने का भी शौक है। उनकी कुछ कविताएं, आस्तीन के सांप दिखाई नहीं देते महसूस किए जाते हैं, बहुत करीब होने का एहसास भी दिलाते हैं, इनके दंश से मरता नहीं कोई लेकिन, जख्म बहुत गहरे दे जाते हैं…., बहुत चर्चित है। आईएएस मानवेंद्र सिंह ने चार्ज लेने के बाद सोमवार को फरियादियों की समस्याएं सुनीं। इससे पहले उनके मुरादाबाद पहुंचने पर सर्किट हाउस में उन्हें सलामी दी गई। डीएम गरीब और दबे-कुचलों के हिमायती और अन्याय करने वाले पर कार्रवाई के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने सोमवार को अफसरों से जनसमस्याओं को तेजी से निस्तारण करने का निर्देश दिया है।