25 जून 23, मुरादाबाद। शहर को जलभराव के बचाने की तमाम कवायद और करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी कामयाब होती नहीं दिखी। रविवार को मानसून की पहली बारिश से शहर के तमाम इलाकों में जलभराव हो गया तथा तथा कई इलाकों में बरसात और नालियों का गंदा पानी घरों और दुकानों में घुस गया। जलभराव के कारण लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। याद रहे कि जलभराव रोकने के लिए शाास द्वारा शहर में वर्षों से सीवर लाइन डालने का कार्य चल रहा है और नगर निगम प्रति वर्ष नाला सफाई अ्िभयान भी चलाता है। हालांकि बारिश से गर्मी और उमस से राहत मिली है।
दस दिन बारिश का अनुमान
मौसम विभाग की माने तो यूपी और उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न राज्यों में मानसून 22 जून को ही दस्तक दे चुका है। लखनऊ में मानसून बीते शुक्रवार को पूरी तरह से सक्रिय होने की उम्मीद जताई गई थी। इसी के साथ रविवार तक पश्चिमी यूपी के कई जिलों में मानसून की पहली बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई थी। रविवार सुबह से बादलों का जमघट रहा और नौ बजे से पहले ही बरसात शुरू हो गई। इस दौरान बीच में झमाझम पानी भी बरसा।
बारिश से शहर के निचले हिस्से मने जाने वाले झब्बू का नाला, काठ की पुलिया, नागफनी, चौकी हसन खां, तहसील स्कूल, लाल मस्जिद, कटघर, गर्वमेंट कालेज, गोकुलदास, पीतल बस्ती, जेल के सामने, लाइनपार के कई मुहल्ले सूर्यनगर आदि में जलभराव हो गया। एमडीए की कालोनी रामगंगा विहार, दीनदयाल नगर और आशियाना में भी जलभराव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। झब्बू का नाला, सूर्यनगर के बाशिंदों ने बताया कि नालियां चौक होने से पानी उनके घरों और दुकानों में घुस गया है। लोग घरों व दुकानों में जा हुए पानी को बाहर निकालने की जद्दोजहद में जुटे देखे गए।बुधबाजार में भी जलभराव हो गया तथा कीचड़ सड़कों पर पसर गई है।
मौसम विभाग के मुतबिक अभी आठ दिन बारिश और बादल छाये रहेंगे। रविवार को तापमान भी तेजी से घटकर 31 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार को भी बारिश होने की संभावना है। कल तापमान और कम होकर 29 तक पहुंच जाएगा। इसी तरह आने वाले दस दिनों तक बादल और बारिश भी होने की संभावना है। आने वाले दस दिनों में तापमान भी 33 डिग्री से ऊपर नहीं जाएगा और न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद जताई गई है।
बुध बाजार में कुछ दिन पूर्व पाइप लाइन फटने के दौरान प्रतिष्ठानों में पानी रिसने पर नगर निगम के जलकल विभाग द्वारा लाइन का फाल्ट ढूंढने के लिए सड़क किनारे खोदाई की गई थी। फाल्ट नहीं मिलने के बाद सड़क किनारे की गई खोदाई पर सड़क नहीं बनाई गई है। रविवार को तेज बारिश के दौरान सड़क से मिट्टी नीचे बैठ गई और सड़क भी नीची हो गई है। व्यापारियों का कहना है कि सड़क नहीं बनाने से यहां बाइक सवार के साथ हादसा हो सकता है। बरसात से मिट्टी गीली होने के कारण ग्राहक भी दुकान में नहीं आ रहे हैं।