सपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर : छात्र नेता फरीद ने पूर्व विधायक यूसुफ अंसारी पर लगाए टिकट बेचने के आरोप
Round of allegations and counter-allegations in SP: Student leader Farid accused former MLA Yusuf Ansari of selling tickets
05 मई 23, मुरादाबाद। यूपी नगर निकाय चुनाव में पहले चरण के मतदान के बाद जिले में सपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मेयर सीट पर हुए मतदान के रुझान से पार्टी प्रत्याशी की दयनीय हालत को देखते हुए सपा में अब गुटबाजी और बढ़ने के आसार हैं। पार्टी हाईकमान द्वारा जिम्मेदार बनाए गए नेताओं पर पार्टी के लोग ही आरोप लगाने हैं। छात्र नेता फरीद मलिक ने अखिलेश यादव को भेजे त्यागपत्र में पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी पर टिकट बेचने समेत कई आरोप लगाए हैं। दूसरी तरफ पूर्व विधायक ने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि फरीद मलिक पार्टी विरोधी नेताओं के इशारे पर कार्य कर रहा है।
भाजपा के कहने पर बांटे टिकट : फरीद
फरीद मलिक ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे त्यागपत्र में कहा है कि मैं आईएफटीएम यूनिवर्सिटी का छात्र रहते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी में शामिल हुआ था। पार्टी ने सात साल समाजवादी छात्र सभा का जिला अध्यक्ष बनाए रखा यह मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी जो जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी ने मुझे कभी भी किसी भी समय दी उसको मैंने शत-प्रतिशत निभाया है। नगर निगम चुनाव 2023 में पूर्व विधायक युसूफ अंसारी और इनके पूरी टीम ने पार्षदों का टिकट भाजपा नेताओं की मिलीभगत से वितरण किए हैं। शहर में हालत यह रही कि बीजेपी का पार्षद उम्मीदवार अपने वार्ड में यह डिसाइड कर रहा था कि सपा से कौन पार्षद उम्मीदवार होगा। जिन लोगों ने सपा और उनके राष्ट्रीय नेताओं की आलोचना की है और सपाइयों के खिलाफ मुकदमें लिखवाए हैं, उन्हें टिकट दिया गया है।
टिकट वितरण में कोई धांधली नहीं : यूसुफ
फरीद मलिक ने कहा है कि युसूफ अंसारी व उनकी टीम ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है। युसूफ अंसारी व उनकी टीम मेरे खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं और तथ्यहीन आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी के प्रति मेरी साफ छवि को धूमिल कर रही हैं। वह समाजवादी पार्टी पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं कि अगर फरीद मलिक एडवोकेट को पार्टी से नही निकाला तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। अंसारी समाज भी सपा को वोट नही करेगा। पार्टी को नुकसान से बचाने के लिए मैं त्यागपत्र दे रहा हूं। इन लोगों ने कई मजबूत सपाइयों को मनगढ़ंत आरोप लगाकर पार्टी से निकलवा दिया है। उन्होंने कहा है कि वह सपा से किसी तरह का विरोधाभास नहीं रखते हैं। याद रहे कि पहले भी फरीद मलिक ने सपा नेता यूसुफ अंसारी पर आरोप लगाए थे। यूसुफ अंसारी ने तभी कहा था कि फरीद मलिक पार्टी विरोधी नेताओं के इशारे पर यह सब कर रहे हैं। उनके वार्ड का टिकट अखिलेश यादव के कहने पर दिया गया है जिसका प्रमाण मेरे पास है वह देख भी सकते हैं। बहरहाल, अब सपा में गुटबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज होने का अनुमान है।