सपा प्रत्याशी की कार पर हमला : सपा की गुटबाजी सड़कों पर, पूर्व विधायक यूसुफ पर लगे गंभीर आरोप
SP candidate's car attacked: SP factionalism on the streets, serious allegations against former MLA Yusuf
30 अप्रैल 23, मुरादाबाद। चुनाव प्रचार करके आ रहे सपा प्रत्याशी के काफिले को कांठ मार्ग पर पीवीआर सिनेमा के पास रोक लिया गया। करीब दो दर्जन लोगों की भीड़ ने सपा प्रत्याशी रईसुद्दीन नईमी और उसने पुत्र की कार को रोककर कारों पर मुक्के मारे। कार में सवार सभी लोग सहम गए और कारों में बैठे रहे। सपा प्रत्याशी और उनके गनर ने पुलिस को खबर कर दी है। पुलिस ने घटना की जांच भी शुरू कर दी है। सपा प्रत्याशी का काफिले में सांसद डॉ. एसटी हसन भी शामिल थे। इस मामले में टिकट कटने से नाराज सपा छात्र सभा के नेता फरीद मलिक का नाम सामने आया है। उन्होंने टिकट कटने के लिए पूर्व विधायक यूसुफ अंसारी को जिम्मेदार ठहराते हुए तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं। दूसरी तरफ यूसुफ अंसारी ने कहा है कि टिकट का वितरण राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेशानुसार किया गया है।
कांठ मार्ग पर ऐसे हुआ था हमला
सपा प्रत्याशी हाजी रईस नईमी ने रात सवा ग्यारह बजे अपने चुनाव कार्यालय पर पत्रकारों को बताया कि वह रात दस बजे तक काजीपुरा और आसपास के क्षेत्र में जनसंपर्क करके लौट रहे थे। इस दौरान उन्होंने सपा के वार्ड 15 प्रत्याशी के समर्थन में नुक्कड़ सभा भी की थी। प्रचार में उनके साथ सांसद डॉ. एसटी हसन, पूर्व अध्यक्ष राजकुमार प्रजापति आदि भी थे। सांसद व राजकुमार प्रजापति की कार आगे थी। पीवीआर के पास सांसद और राजकुमार की कार निकलने के बाद करीब बीस-पच्चीस लोग उनकी कार के सामने आ गए। चालक ने कार रोकी तो भीड़ ने उनकी और उनके पुत्र की कारों पर जोर-जोर से हाथ मारे और कार के शीशे भी खोलने की कोशिश की। अचानक हुए हमले से वह लोग सहम गए। उन्होंने कार पर लगे निशान को दिखाते हुए बताया कि यहां पत्थर जैसी कोई वस्तु मारी गई है। कार पर हमले के बाद हमलावर चले गए। उन्होंने कहा कि अफसरों को फोन किया था। इसके बाद गनर ने संबंधित पुलिस चौकी प्रभारी को मोबाइल फोन से घटना की जानकारी दे दी है।
सपा के विरोधी परिवार को टिकट
इधर पता चला है कि सिविल लाइंस पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कई लोगों को फोन करके घटना की बाबत जानकारी ली है। माना जा रहा है कि पुलिस सुबह आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालेगी। इस बीच सपा छात्र सभा के नेता फरीद मलिक ने एक अखबार को दिए बयान में कहा है कि वह टिकट कटने से नाराज हैं और उन्होंने विरोध के लिए यह किया है। इस बीच सपा प्रत्याशी ने बताया कि वह पार्टी के नेताओं से सलाह कर रहे हैं हाईकमान के निर्देशानुसार आगे कार्रवाई करेंगे। मेयर प्रत्याशी का काफिला रोके जाने की खबर तेजी से सियासी क्षेत्रों में फैल गई है। रविवार को फरीद मलिक ने न्यूज रनवे से बातचीत करते हुए कहा कि वार्ड 15 से उन्होंने टिकट मांगा था और आखिरी वक्त में उनका टिकट काट दिया। उन्होंने कहा कि जिसे टिकट दिया गया है उसके पिता अभी भी पीस पार्टी में हैं और सपा के धुर विरोधी रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक ने उनका टिकट काटा है, जब कमेटी ने उन्हें टिकट देने का फैसला कर लिया था तो यूसुफ अंसारी ने पार्टी से त्यागपत्र देने की धमकी दे दी थी। उन्होंने कहा है कि वार्ड 11, वार्ड 5 आदि में भी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करके टिकट बांटे गए हैं। उनके अपने वार्ड में उनका दामाद भी दूसरे दल को लड़ा रहा है। उन्होंने टिकट बेचे जाने का आरोप भी लगाया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर दिया टिकट
पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी ने कहा है कि वार्ड 15 पर नूर सबा को टिकट देने का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का था। उन्होंने पत्र भी दिया है और मुझसे फोन पर भी करा था। इसी आधार पर प्रभारी मनोज पारस, जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने टिकट देने का फैसला लिया जिसका लिखित दस्तावेज उनके पास है। उन्होंने कहा है कि फरीद मलिक इस तरह के आरोप कुछ नेताओं के इशारे पर लगा है। वह इन नेताओं का मोहरा बना है। उन्होंने कहा कि फरीद मलिक का इस्तेमाल करने वाले नेता पार्टी विरोधी हैं और उनके बारे में हाईकमान को बताया जा चुका है। उन्होंनें कहा है कि फरीद मलिक मुझसे मिलते हैं तो उनकी शिकायत दूर हो जाएगी। बहरहाल, सपा में मचे घमासान का असर चुनाव पर दिखाई दे रहा है।