21 अप्रैल 23, मुरादाबाद। राजनीति में साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाने वाले नेताओं को दबंगई कायम करने के लिए अवैध शस्त्र की भी जरूरत होती है। चुनाव के दौर में तमंचे और बंदूक बेचने के लिए दो बदमाशों ने बड़ी तादाद में हथियार तैयार कर लिये थे। पुलिस ने मौके पर छापामर कर दो बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए मौके भारी संख्या में बने और अधबने शस्त्र बरामद कर लिये हैं। पुलिस अधिकारियों ने अवैध शस्त्र पैक्ट्री का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कार देने का ऐलान किया है।
एसएसपी ने किया इनाम का ऐलान
प्रदेश निकाय चुनावों के मद्देनजर डीआईजी शलभ माथुर व एसएसपी हेमराज मीणा द्वारा अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना मैनाठेर के गांव सुंदरपुर स्थित अमरूद की बगिया में अवैध हथियार बनाने का भंडाफोड़ किया गया है। एसपी ग्रामीण संदीप् मीणा ने बताया कि एसएचओ मैनाठेर मनोज कुमार, सब इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार, उम्मेद सिंह पोसवाल आदि इलाके में गश्त कर रहे थे। इस बीच सूचना मिली कि गांव सुंदरपुर में घनी झाड़ियों में संदिग्ध लोगों का आना जाना है। एसएचओ मनोज कुमार ने टीम के साथ घेराबंदी कर दबिश दी। मौके पर शस्त्र बनाने का कारखाना चल रहा था। पुलिस टीम ने शस्त्र बनाने वाले कुंदरकी गांव चतेरी निवासी कमल किशोर और थाना मैनाठेर के गांव सूरजपुर कल्याण नगलिया निवासी चौधरी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने झाड़ियों में छुपाई गई एक बंदूक, सात तमंचे तैयार, तीन अधबने तमंचे बरामद कर लिये। पुलिस ने मौके से शस्त्र की चेकिंग के लिए चलाई गई गोलियों के खोखे भी बरामद किए हैं।
जैसा हथियार वैसी कीमत
एसएचओ मैनाठेर मनोज कुमार ने दोनों बदमाशें से पूछताछ की तो सामने आया कि वह तमंचा चार हजार से पांच हजार रुपये तक बेचते थे और बंदूक की कीमत दस हजार रुपये तक वसूली जाती थी। पुलिस का मानना है कि दोनों बदमाश और इनके फरार साथी निकाय चुनावों के लिए हथियार बनाने में जुटे हुए थे। बदमाशों ने बताया कि चुनाव आने पर अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त बढ़ जाती है। पुलिस ने अवैध हथियारों के खरीददारों की जानकारी भी बदमाशों से हासिल की है निपर भी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी हेमराज मीणा ने शस्त्र फैक्ट्री का पदार्फाश करने वाली पुलिस टीम को इनाम दिए जाने की भी घोषणा की है।