16 अप्रैल 23, मुरादाबाद। होम्योपैथी की महत्ता को लेकर अक्सर चर्चा होती है। मानव शरीर को बगैर नुकसान पहुंचाए उपचार देने वाली होम्योपैथी की तरफ देश के लोगों का रुझान बढ़ रहा है। मुरादाबाद में एक ऐसा परिवार भी हैं जिसमें होम्योपैथी के नौ चिकित्सक हैं। इसी परिवार के मुखिया डा. एमपी सिंह को बीते दिनों प्रयागराज में प्रख्यात डॉ. आरपी सिंह मैमोरियल एवार्ड से सम्मानित किया गया है। डॉ. एमपी सिंह घाव, फोड़ा-फुंसी जैसी बीमारियों को भी होम्योपैथी से सही कर रहे हैं और कैंसर जैसे गंभीर रोगों का उपचार करते हैं।
छोेटी-बड़ी सभी बीमारियों का उपचार
प्रयागराज में सम्मानित होने के बाद रविवार को डॉक्टर एमपी सिंह ने सिविल लाइंस स्थित क्लीनित व आवास पर पत्रकारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है होम्योपैथी। इस पैथी से शल्य चिकित्सा वाली बीमारियों का मात्र दवाओं से इलाज संभव है। वह बताते हैं कि स्किन संबंधी परेशानी, फोड़ा-फुंसी, खुजली, सफेद दाग, गांठ आदि का उपचार होम्योपैथी से किया जाता है। इसके अलावा कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का उपचार भी हो सकता है और उसकी रोकथाम भी, बस मरीज समय से चिकित्सक के पास पहुंच जाए। दरअसल, तीसरे चरण में आने पर कैंसर का पता चलता है और जबतक होम्योपैथी से उपचार का वक्त निकल जाता है। वह बताते हैं कि बच्चेदानी की रसौली, गैंग्रीन बवासीर, भगंदर, गुर्दे की पथरी, टॉन्सिल, पलकों के ऊपर बनने वाली गांठों का सफलतापूर्वक इलाज कर चुके हैं। इसी तरह चिकन पॉक्स, खसरा, जर्मन मीजल्स, वायरल फीवर, चर्म रोग, कनवर, सोरायसिस, गठिया में होम्योपैथी में कारगर दवा मौजूद है।
मानसिक रोगों का है सफल इलाज
डॉक्टर एमपी सिंह को राष्ट्रीय खत्री चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उनके परिवार में पत्नी डॉ. रजनी सिंह, पुत्र डॉ. हर्षित, पुत्रवधु डॉ. रिद्धी सिंह, पुत्री डॉ. शिवानी सिंह, चचेरा भाई डॉ. आरके सिंह, उसकी पत्नी डॉ. नीलिमा सिंह. भांजी डॉ. प्रीति सिंह व भतीजी डॉ. रीवा सिंह भी होम्योपैथी से उपचार करते हैं। डॉ. सिंह बताते हैं कि अस्थमा, फूड एलर्जी, धूप से होने वाली एलर्जी के लिए भी होम्योपैथिक एक अच्छा विकल्प है। मोटा होने व पतला होने की दवाएं भी बहुत अच्छी हैं। वह कहते हैं कि आमजन तक होम्योपैथी तक पहुंचाना उनका मकसद है। मानसिक तनाव समेत दिमागी बीमारियों में भी होम्योपैथी से अच्छा परिषाम दिया है। रात में क्प्यूटर पर कार्य करने वालों को होम्योपैथी का उपचार जरूर कराना चाहिए। डॉ. सिंह का मानना है कि इलाज सस्ता होने तथा बगैर तकलीफ के उपचार का बेहतर माध्यम है होम्योपैथी।