07 अप्रैल 23, मुरादाबाद। मुकद्दस रमजान के महीने में तरावीह के दौरान कुरान की तिलावत अब मुकम्मल होने लगी है। गुरुवार को किसरौल की मौलसिरी मस्जिद और मुगलपुरा स्थित अंगूर वाली मस्जिद में कुरान मुकम्मल होने पर हाफिज हजरात की गुलपोशी की गई। इस मौके पर नात-ओ-मनकबत पेश की गई और मुल्क व कौम की तरक्की के लिए दुआ भी हुई।
गरीबों का रखें पूरा ख्याल
मौलसिरी की मस्जिद में हाफिज मौहम्मद अशरफ सिद्दीकी वारसी ने रोजाना दो पारे सुनाए और हाफिज वक्कास ने कुरान सुना। कुरान मुकम्मल होने पर नमाजियों ने हाफिज अशरफ की गुलपोशी की और नजराना व तोहफे पेश किए गए। इस मौके पर मौलाना मौहम्मद रब्बानी ने कुरान की अजमत बयां की।
उन्होंने बताया कि अल्लाह की इस किताब को आराम से पढ़ने और समझना बहुत सवाब है। अल्लाह ने हाफिज-ए-कुरान की बड़ी अहमियत रखी है। रमजान का सवाब अल्लाह खुद अपने बंदों को अता फरमाएगा। उन्होंने बताया कि रमजान में गरीबों का खास ख्याल रखें और फितरा व जकात वक्त पर अदा करते रहें। इस मौके पर हाफिज जकी ने नात ख्वानी की। समारोह में खालिद सिद्दीकी वारसी, शानू सिद्दीकी वारसी, आजम सिद्दीकी वारसी, असलम खुर्शीद, साजिद वारसी, हाजी गुलाम साबिर आदि मौजूद रहे। दुआ के बाद मिठाई भी तकसीम की गई।
पेश किया सलात-ओ-सलाम का नजराना
मुगलपुरा दोयम की अंगूर वाली मस्जिद में हाफिज अनस रजा ने कुरान ए करीम सुनाया और हाफिज फैजान रजा ने कुरान सुना। मस्जिद के इमाम मौलाना नईमुद्दीन रजा ने खुसूसी खिताब फरमाया। मोहम्मद दाऊद मोइनी ने सलाम पेश किया और अमानो अमन, तरक्की व कामयाबी के लिए दुआ कराई गई।
इस मौके पर रईस वारसी, साइम वारसी, सैयद फाहद अली, मौअज्जाम अली, रिजवान मलिक आदि रहे। नमाजियों ने हाफिज अनस रजा की गुलपोशी करके नजराना और तोहफे भेंट किए। दुआा के बाद मिठाई भी तकसीम की गई।