अंतर्राष्ट्रीय

सेहत का समझौता : मेघालय सरकार व सेसमी मिलकर सुधारेंगे आठ वर्ष तक के बच्चों का भविष्य

Health Agreement: Government of Meghalaya and Sesmi together will improve the future of children up to eight years of age

30 मार्च 23, शिलांग। मेघालय सरकार और सेसमी वर्कशॉप इंडिया ने राज्य में पूर्व प्रारंभिक बाल विकास (ईसीडी) परियोजना के लिए अपनी साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का उद्देश्य मेघालय हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट (एमएचएसएसपी) को तकनीकी और कार्यान्वयन सहायता प्रदान करना है ताकि राज्य के ईसीडी मिशन में परिकल्पित परिणामों में सुधार के लिए एक एकीकृत ईसीडी मॉडल विकसित और कार्यान्वित किया जा सके।

सकारात्मक पालन-पोषण को बढ़ावा देंगे

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संपत कुमार ने बताया कि मेघालय राज्य पूर्व प्रारंभिक बाल विकास (इसीडी) मिशन चला रहा है। मिशन का मुख्य लक्ष्य गर्भावस्था से आठ वर्ष की आयु तक के बच्चों की क्षमता को अधिकतम विकसित करना है। यह पहल सेसमी वर्कशॉप इंडिया और राज्य सरकार के शिक्षा, महिला और बाल विकास, समाज कल्याण सहित विभिन्न सरकारी विभागों के साथ एक सहयोगी प्रयास है। इसका उद्देश्य बच्चों को व्यापक सहायता प्रदान करने के लिए सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को ईसीडी केंद्रों के रूप में विकसित करना है। इसके अतिरिक्त, इस साझेदारी में समुदाय आधारित ईसीडी हस्तक्षेपों पर विशेष ध्यान दिया गया है। समुदाय के भीतर सकारात्मक पालन-पोषण को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्वयं सहायता समूहों को शामिल करने की योजना है।

गारो हिल्स पायलट प्रोजेक्ट को बढ़ाएंगे आगे

डीओएचएंडएफडब्ल्यू व राज्य हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट एवं परियोजना निदेशक रामकुमार एस ने बताया कि राज्य को अपनी युवा आबादी और उच्च कुल प्रजनन दर के कारण एक अनूठी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। जिसके लिए युवा माता-पिता और बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान देने की विशेष आवश्यकता है। यह ईसीडी मिशन राज्य के मानव विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा इस साझेदारी के तहत सेसमी वर्कशॉप इंडिया राज्य के ईसीडी मिशन में परिकल्पित परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एक एकीकृत ईसीडी मॉडल को विकसित, डिजाइन और कार्यान्वित करने के लिए एमएचएसएसपी को तकनीकी और कार्यान्वयन सहायता प्रदान करेगा। इससे जिन लोगों को लाभ पहुंचने का अनुमान है, उनमें देखभाल प्रदान करने वाले 0 से 8 वर्ष की आयु के बच्चे (दिव्यांग सहित), गर्भवती व स्तनपान करा रही माताओं के साथ-साथ विलेज हेल्थ काउन्सिल्स भी शामिल हैं। साझेदारी का उद्देश्य विश्व बैंक के सहयोग से गारो हिल्स क्षेत्र में किए गए समुदाय-आधारित पायलट प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना है।

बच्चों को पढ़ाने के नए तरीके करेंगे विकसित

सेसमी वर्कशॉप इंडिया ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी सोनाली खान ने कहा कि राज्य में पूर्व प्रारंभिक बाल विकास का समर्थन करने के लिए सरकार के साथ साझेदारी करना सेसमी वर्कशॉप इंडिया के लिए सम्मान का विषय है। हमारे पास बच्चों के लिए शैक्षिक सामग्री बनाने का बहुत अनुभव है। हम उस अनुभव का उपयोग बच्चों को पढ़ाने के नए तरीके बनाने में करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे द्वारा विकसित शैक्षिक सामाग्री बच्चों की विशेष आवश्यकताओं के अनुरूप हों। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि इस पहल का राज्य में बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और समग्र कल्याण पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़े। मेघालय हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट (एमएचएसएसपी)की पहल से मेघालय के छोटे बच्चों के स्वास्थ्य और विकास में सुधार होगा जिसका उन्हें आजीवन लाभ मिलेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button