
मुरादाबाद में मशाल जुलूस निकालते संयुक्त संघर्ष समिति सदस्य।
15 मार्च 23, मुरादाबाद। शासन स्वतर पर हुए समझौते में सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने फिर आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। चरणबद्ध आंदोलन के तहत मंगलवार को मशाल जुलूस निकालने के बाद कर्मचारी बुधवार से तीन दिन की सांकेतिक हड़ताल की जाएगी। कर्मचारी नेताओं ने ऐलान किया है कि मांगों को शीघ्र नहीं माना गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
चौद्रह सूत्रीय मांगों को माने सरकार
वद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के घटक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर बैठक करके आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। संयोजक संतोष त्रिपाठी, सह संयोजक दिनेश कुमार, महामंत्री हुकुम सिंह राणा, अध्यक्ष उमेश कुमार ने कहा कि प्रदेश में चौदह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन चलाया गया था जिसमें तीन सितंबर 22 ऊर्जा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में अवनीश अवस्थी एवं प्रबंधन के साथ वार्ता हुई थी। वार्ता में मांगों पर सहमति बनने के बाद एक लिखित समझौता हुआ जिसे समयानुसार लागू करने का आश्वासन दिया गया था। समझौते के तहत संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन स्थगित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि समय-समय पर संघर्ष समिति द्वारा ऊर्जा मंत्री एवं प्रबंधन से समझौता से लागू कराने हेतु निवेदन किया गया मगर सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया है।

कार्य बहिष्कार के बाद सांकेतिक हड़ताल
संघर्ष समिति ने समझौते को लागू कराने हेतु हड़ताल का नोटिस सरकार व प्रबंधन को दिया गया है। संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम शम को मुख्य अभियंता कार्यालय से मशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस मंडी समिति से प्रकाश नगर चौराहा से मानसरोवर होते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय पर सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि 15 एवं 16 मार्च 23 को सुबह दस बजे से कार्य बहिष्कार होगा तथा 16 मार्च को रात दस बजे से 72 घंटे की संकेतिक हड़ताल होगी। इस मौके पर उपखंड अधिकारी सुशील कुमार, विक्रम सिंह, अजय कुमार यादव, पंकज सिंह, सत्येंद्र कुमार मौर्या, संजीव यादव, राकेश कुमार, यश कुमार, अनिरुद्ध दुबे, जितेंद्र सिंह, शशिकांत, अमित कुमार, अनूप ठाकुर, आलोक कुमार, सदर कुमार, शिवम शर्मा, उमेश कुमार, संजीव कुमार, मोहित पंत आदि शामिल रहे।