23 फरवरी 23, मुंबई। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता में शुमार शाहरुख खान और काजोल स्टारर फिल्म दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे के रीमेक बनाने की चर्चा तेज होने लगी है। वर्ष 1995 में निर्मित फिल्म के वैलेंटाइन वीक में फिर रिलीज होने पर यह फिल्म फिर चर्चा में आई है। हालांकि इस बीच काजोल ने साफ है कि डीडीएलजे जैसी फिल्मों के रीमेक बनाना मेरी नजर में उचित नहीं है, क्योंकि जादू एक मर्तबा किया जा सकता है बार-बार नहीं।
बीते 27 वर्ष से जारी प्रदर्शन
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे 1995 में रिलीज हुई थी और रिलीज के 27 साल बाद भी प्रतिष्ठित सिनेमा मराठा मंदिर में लगातार प्रदर्शेन जारी है। इस साल वेलेंटाइन डे के अवसर पर इसे सिनेमाघरों में फिर से रिलीज किया गया जिससे यह फिल्म सुर्खियों में आ गई है। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की एक सरल कहानी थी जिसमें हीरो-हिरोइन से मिलता है और माता-पिता विरोध करते हैं। लड़की के पिता के सख्त तेवर के बीच हीरो अपनी प्रेमिका के परिवार को मना लेता है। फिल्म में राज और सिमरन का जन्म और पालन-पोषण लंदन में हुआ है परंतु उनपर भारतीय परंपरा हावी रही। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की लोकप्रियता ने रीमेक की चर्चा को कई मर्तबा जन्म दिया हैै।
जादू एक बार होत है-काजोल
एक साउथ बेस्ड पोर्टल ने खबर दी कि अभिनेता विजय देवरकोंडा निमार्ता आदित्य चोपड़ा के साथ फिल्म के रीमेक में नजर आएंगे, जिसकी यशराज फिल्म्स ने आलोचना की थी। अब काजोल ने कहा कि दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का रीमेक उनके लिए पूरी तरह से नो-नो है। उन्होंने कहा है कि मेरी निजी राय है कि दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का रीमेक बनाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि जादू सिर्फ एक बार ही किया जा सकता है। याद रहे कि काजोल का ध्यान अब उन फिल्मों पर केंद्रित हो गया है जो उनकी व्यक्तिगत संवेदनशीलता के अनुरूप हों। उन्होंने हेलीकॉप्टर ईला, देवी, त्रिभंगा और सलाम वेंकी जैसी फिल्मों में कार्य किया है।