
08 फरवरी 23, नई दिल्ली। दुनिया में एक और अजूबा हुआ है। देश में पुरुष ने गर्भधारण किया और अब मेल बच्चे को जन्म भी दे दिया है। यह हैरान करने वाला मामला केरल के कोझिकोड का है। यहां रहने वाले ट्रांसजेंडर जोड़े जाहद फाजिल और जिया पावल के घर खुशियों ने दस्तक दी है। यह जोड़ा अब पेरेंट्स बन गया है। जिया और जहाद के घर बुधवार को किलकारी गूंजी है।
तीन साल से साथ रहता है कपल
किस्सा यह है कि ट्रांसप्लांट के जरिए पुरुष पहले महिला बनता है और फिर गर्भवती होत है। सहद और जिया पावल कोझिकोड, केरल का ट्रांसजेंडर जोड़ा है। ट्रांसजेंडर व्यक्ति ने गर्भवती होने के लिए अपनी संक्रमण प्रक्रिया को रोक दिया है। जिया ने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की है। माना जाता है कि देश में ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच यह पहला मामला है। हालांकि दंपति ने मार्च में संतान पैदा होने की जानकारी दी थी। इस बीच खबर मिली है कि बुधवार को पुरुष से महिला बने जिया ने बालक ने जन्म लिया है। कोझिकोड में शास्त्रीय नृत्य शिक्षिका जिया बताती हैं कि तीन साल पहले जब हमने साथ रहना शुरू किया था। हमने सोचा कि हमारा जीवन दूसरे ट्रांसजेंडरों से अलग होना चाहिए। अधिकांश जोड़ों को समाज के साथ उनके परिवारों द्वारा भी बहिष्कृत कर दिया जाता है। हम एक बच्चा चाहते थे ताकि हमारे दिनों के बाद भी इस दुनिया में कोई व्यक्ति हो। जिया ने कहा कि वे काफी सोच-विचार के बाद बच्चा पैदा करने के फैसले पर पहुंचे।

सरकारी मेडिकल कॉलेज ने किया उपचार
खबरों के मुताबिक 23 साल की सहद और 21 साल की ट्रांस महिला जिया पिछले तीन सालों से साथ रह रहे हैं। तब से दोनों ने अपनी संक्रमण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में हार्मोन थेरेपी की है। जिया ने कहा कि सहद के स्तन संक्रमण प्रक्रिया के हिस्से के रूप में हटा दिए गए थे। यह कहते हुए कि वह अगले महीने जन्म देने के बाद पुरुष बनने की अपनी यात्रा जारी रखेगी। जिया ने कहा ट्रांसमैन और ट्रांसवुमन बनने का हमारा सफर जारी रहेगा। मैं अपना हार्मोन उपचार जारी रख रहा हूं। डिलीवरी के छह महीने या एक साल बाद सहद भी ट्रांसमैन बनने के लिए इलाज फिर से शुरू करेंगी। जिया कहती हैं कि उन्हें बच्चा पैदा करने में कोझिकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों से मदद मिली है। चूंकि सहद ने दोनों स्तन हटा दिए हैं, इसलिए हमें मेडिकल कॉलेज में ब्रेस्ट मिल्क बैंक से बच्चे को दूध पिलाने की उम्मीद है। तिरुवनंतपुरम के मूल निवासी सहद एक एकाउंटेंट के रूप में काम करते थे और अब छुट्टी पर हैं। सहद और जिया ने अपनी ट्रांसजेंडर पहचान के बारे में जागरूक होने के बाद अपने शुरूआती वयस्कता के दौरान अपने परिवारों को छोड़ दिया। अब यह कपल अब कोझिकोड में रहता है।