18 जनवरी 24, मुरादाबाद। लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए और भारतीय राष्ट्रीय विकासशील समावेशी गठबंधन (इंडिया)ने तैयारी तेज कर दी हैं। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के अकेले चुनाव लड़ने के एलान करने से सपा और कांग्रेस में सीटों के बंटवारे पर चर्चा श्ुरू हो गई है। अब तक सपा और कांग्रेस के नेताओं की दो बैठकें हो चुकी हैं जिसमें सीट बंटवारे का मसौदा तय किया जा रहा है। खबरों के मुताबिक कांग्रेस 28 से तीस सीटों पर लड़ना चाहती है जिसमें मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है। दोनों दलों के नेताओं के बीच हुई वार्ता सकारात्मक रही है और नेताओं की मानें तो सीट बंटवारे का आधा मसौदा लगभग फाइनल हो गया है।
2009 में जीती सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस
कांग्रेस के सलमान खुर्शीद, अशोक गहलौत व मोहन प्रकाश व सपा से प्रोफेसर रामगोपाल यादव व जावेद अली खां के बीच बातचीत हो रही है। कांग्रेस ने करीब तीस सीटों पर दा किया है जबकि सपा साठ सीटों पर लड़ना चाहती है। खबरों में कह गया है कि सपा ने वर्ष 2009 में जीती 21 सीटों पर अपनी दावेदारी की है। इन सीटों में मुरादाबाद, फिरोजाबाद, बरेली, खीरी, धौरहरा, उन्नाव, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, अकबरपुर, झांसी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, डुमरियागंज, महाराजगंज, और कुशीनगर सीटें शाामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस की दलित व मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर तथा राहुल गांधी की न्याय यात्रा वाले संसदीय क्षेत्रों से भी कांग्रेस अपने प्रत्याशी उतारना चाहती है। माना जा रहा है कि वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, मथुरा, मेरठ, अलीगढ़ और शाहजहांपुर पर भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी लड़ाने का दावा किया है। खबरों में कहा गया है कि लखनऊ सीट पर भी कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है।
सपा भी चुनाव लड़ने को तैयार
गौरतलब है कि कांग्रेस ने साफ किया है कि सूबे में बड़े दल के नेता के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाना है। इसलिए यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व में चुनाव होने की पूरी संभावना है। सपा ने भी अपनी तैयारी मुकम्मल कर ली है। खबरों में कहा गया है कि सपा सभी अस्सी सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। सूत्रों की माने तो उन्होंने 60 सीटों पर चुना लड़ने का मन बनाया है। सपा की तरफ से सबसे महत्वपूर्ण सीटें हैं कन्नौज, आाजमगढ़, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बदायंू की। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव कन्नौज से, डिंपल यादव मैनपुरी, शिवपाल यादव या उनके बेटे आादित्य यादव को अजमगढ़ से, प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद से चुनाव लड़ सकते हैं। बहरहाल, सपा और कांग्रेस जल्दी ही सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने में जुटे हैं इसलिए लगातार बैठकें भी हो रही हैं। देखना होगा कि किस तरह सीट बंटवारा होता है और कौन किस दल से मैदान में उतरता है।